(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सीएम पद की उम्मीदवारी, अपनी सीट और पीएम की सुरक्षा, abp के Exclusive इंटरव्यू में बहुत कुछ कह गए Bhagwant Mann
Punjab Election 2022: भगवंत मान ने कहा है कि जनता जिसे चाहेगी, वही सीएम उम्मीदवार बनेगा. उन्होंने कहा कि लोगों से सीएम उम्मीदवार का नाम पूछने में कोई आपत्ति नहीं है.
Punjab Assembly Election 2022: पंजाब में आम आदमी पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही है. सीएम उम्मीदवार के नाम को लेकर पार्टी ने टेली वोटिंग का सहारा लिया है. abp को दिए Exclusive इंटरव्यू में भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने पंजाब चुनाव में सीएम उम्मीदवार को लेकर बड़ी बात कही है. भगवंत मान ने कहा है कि जनता जिसे चाहेगी, वही सीएम उम्मीदवार बनेगा. उन्होंने कहा कि लोगों से सीएम उम्मीदवार का नाम पूछने में कोई आपत्ति नहीं है. भगवंत मान ने कहा कि जनतंत्र में जनता को तो शामिल होना ही चाहिए. कई बार ऐसा होता है कि चुने हुए लोग किसी और पार्टी की तरफ चले जाते हैं, लेकिन यहां ये तो पता चल जाएगा कि कितने प्रतिशत लोग किसको सीएम उम्मीदवार बनाना चाहते हैं.
कहां पड़े चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में, एकमात्र चेहरा है भगवंत मान और अब फोन कॉल ये बात कुछ समझ नहीं आ रही? इस सवाल के जवाब में भगवंत मान ने कहा कि हम जनता से पूछ रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि पब्लिक इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगी. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने मन की बात करते हैं. उन्होंने जन की बात तो कभी नहीं की. उन्हें जन की बात भी करनी चाहिए.
AAP अकेली ऐसी पार्टी जो सीएम के चेहरे के साथ लड़ेगी
2017 में भी आम आदमी पार्टी की हवा कही जा रही थी, लेकिन सीटों में वो कनवर्ट नहीं हुआ, इसके पीछे क्या वजह रही? इस सवाल के जवाब में भगवंत मान ने कहा कि गलतियां तो हुईं. पिछली बार हम नए थे, तजुर्बा कम था. हमने पब्लिक के बीच में रहकर सीखा है. सीएम पद के चेहरे की घोषणा न होने के चलते क्या नुकसान हुआ? इस पर भगवंत मान ने कहा कि लोग कहते हैं. अगर सीएम उम्मीदवार हमने घोषित किया होता तो ज्यादा सीटें आतीं. हमने मान लिया है, इस बार पार्टी ने मान लिया है, हम सीएम के चेहरे के साथ चुनाव लड़ेंगे. आप इकलौती पार्टी है जो सीएम के चेहरे के साथ चुनाव में जा रही है.
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मैं किसी के सामने चुनाव लड़ने से नहीं डरता
भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि हमारे तीन चेहरे हैं. जाखड़, चन्नी और सिद्धू. उनके यहां ज्यादा कलेश है. हमारे यहां भगवंत मान अकेला नहीं है. मैं ही विराट कोहली नहीं हूं. टीम के बिना कुछ नहीं होता. कोई भी कैप्टन हो बिना टीम के नहीं चल सकता. किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, क्या सेफ सीट तलाशेंगे? इस सवाल के जवाब में भगवंत मान ने कहा कि पार्टी जिस सीट से चुनाव मैदान में उतार देगी, वहां से चुनाव लड़ूंगा. सभी उम्मीदवार मजबूत हैं, कोई छोटा नहीं है. सीट पर अभी डिस्कस करना है. मैं किसी भी चेहरे के सामने चुनाव लड़ने से नहीं डरता.
इस बार शहरों में आएंगी सीटें
आपका नाम अनाउंस होता है तो क्या अर्बन वोटर आपके साथ आएगा. भगवंत मान ने कहा कि इस बार शहरों में सीटें आएंगी. पंजाब का वोटर सोशल वॉन्डिंग चाहता है, अमन चाहता है. इस वक्त की सरकार का पुलिस पर कंट्रोल नहीं है. बेअदबी की घटनाएं हुई हैं. सरकार कुछ नहीं कर रही है. पुलिस का मोरल ये लोग डाउन करते हैं. ये कहते हैं कि पुलिस की पैंट गीली कर देते हैं. आप अपने वादे कैसे अहम में लाएंगे. भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली का बजट डबल हो गया है. स्कूल बनाए हैं, मोहल्ला क्लीनिक तैयार किए हैं. भ्रष्टाचार और लीकेज रोककर पब्लिक के काम किए जाते हैं. इसको मुफ्तखोरी नहीं कहा जाना चाहिए. अमेरिका में इसे सोशल सिक्योरिटी कहते हैं. भगवंत मान ने कहा कि पंजाब का बजट अलग है, दिल्ली का बजट अलग है.
पीएम की सुरक्षा चूक पर दिया जवाब
पंजाब में पीएम की सुरक्षा चूक पर सवाल पूछे जाने पर भगवंत मान ने कहा कि मोहल्ले की क्रिकेट टीम की तरह इस वक्त पंजाब की सरकार चल रही है. सिद्धू अपना बैट लेकर घूम रहे हैं. जाखड़ साहब विकेट लेकर चले गए. चन्नी अपनी बॉल लेकर घूम रहे हैं कि किसी को नहीं दूंगा. ऐसे में डिसीजन लेगा कौन? आप की सरकार पंजाब में आएगी तो देश का पीएम भी पंजाब में सुरक्षित होगा. आम आदमी भी पंजाब में सुरक्षित होगा.
पंजाब में तीन महीनों में कुछ नहीं हुआ
भगवंत मान ने कहा कि अब हम विकास की राजनीति दिल्ली में सफलता पूर्वक कर चुके हैं. पिछली बार कुछ गलतियां हुईं, उन्हें सुधारा गया है. बीजेपी वहां नफरत की राजनीति कर रही थी, लेकिन लोगों ने कहा कि स्कूलों और बिजली पानी की राजनीति करने वाला ही पसंद है. चन्नी की राजनीति भी आप से मिलती-जुलती है. भगवंत मान ने कहा कि तीन महीने में कुछ हुआ नहीं. रंगला पंजाब तब माना जाएगा जब राज्य में भ्रष्टाचार नहीं होगा. रंगला पंजाब तब माना जाएगा, जब स्कूलों में सभी सहूलियतें होंगी. चन्नी साहब काम नहीं कर पाए, क्योंकि सिद्धू का दखल है. सिद्धू की किसी से नहीं बनती.
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