Punjab Election 2022: पंजाब की अमृतसर पूर्व बनी हॉट सीट, नवजोत सिंह सिद्धू और मजीठिया के लिए वर्चस्व की लड़ाई - दिलचस्प हुआ मुकाबला
Amritsar East seat: शिअद के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के अपने बहनोई और पूर्व मंत्री मजीठिया को पूर्व क्रिकेटर सिद्धू के खिलाफ मैदान में उतारने के बाद इस सीट पर चुनावी जंग दिलचस्प हो गई है.
Navjot Singh Sidhu Vs Vikram Singh Majithia: पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) में अमृतसर पूर्व की सीट के चुनावी मुकाबले को काफी खास माना जा रहा है. इस हॉट सीट पर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता विक्रम सिंह मजीठिया के बीच मुकाबला होगा.
हॉट सीट पर मुकाबला हुआ दिलचस्प
शिअद के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के अपने बहनोई और पूर्व मंत्री मजीठिया को पूर्व क्रिकेटर सिद्धू के खिलाफ मैदान में उतारने के बाद इस सीट पर चुनावी जंग दिलचस्प हो गई है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी जगमोहन सिंह राजू को मैदान में उतारा है, जिन्होंने तमिलनाडु में 35 साल तक सेवा की, जबकि आम आदमी पार्टी ने जीवनजोत कौर को उम्मीदवार बनाया है.
सिद्धू और मजीठिया में बयानबाजी हुई तेज
सिद्धू और मजीठिया दोनों के लिए यह लड़ाई जरूरी मानी जा रही है, जो पहली बार किसी चुनावी लड़ाई में एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं. दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है. सिद्धू ने हाल में शिअद नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘वे केवल लूट का खेल खेलने आए हैं, लेकिन इस ‘धर्म युद्ध’ में वे सफल नहीं होंगे, क्योंकि जहां ‘धर्म’ है वहां जीत है.’’ मजीठिया ने भी सिद्धू को अमृतसर लोकसभा सीट से सांसद रहने और बाद में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहने के बावजूद अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में विकास नहीं करने का आरोप लगाया है.
मजीठिया ने कहा, ‘‘यह जीत या हार के बारे में नहीं है. यह कर्तव्य के बारे में है और एक अभिमानी व्यक्ति को लोगों से प्यार और सम्मान करना सिखाने का है.’’ मजीठिया ने कहा कि वह अमृतसर पूर्व में विकास की कमी और अधूरे वादों पर ‘‘आरोप पत्र’’ लाएंगे.
दोनों नेताओं के लिए जीत के मायने
साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भी, सिद्धू के अमृतसर पूर्व से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरने के बाद इस विधानसभा सीट के चुनाव पर उत्सुकता से नजर रखी गई थी, जो उस समय पूर्व क्रिकेटर की पत्नी नवजोत कौर के पास थी. इस बार सिद्धू की हार उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है और अगर मजीठिया हारते हैं तो उनका भी राजनीति में कद घटेगा. ऐसे में दोनों नेताओं के लिए जीत काफी मायने रखेगी.
मजीठिया की पत्नी गनीव कौर अब अमृतसर की मजीठा सीट से चुनाव लड़ेंगी. अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार जीवनजोत कौर ने जुबानी जंग में शामिल होने के लिए सिद्धू और मजीठिया की आलोचना की और सार्वजनिक मुद्दों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया.
अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र, जो काफी हद तक एक शहरी सीट है, परिसीमन के बाद 2012 में अस्तित्व में आया था. सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू 2012 में भाजपा के टिकट पर विधायक बनीं. तीन बार के विधायक मजीठिया 2007 से मजीठा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.