Punjab Election: कोई लॉ ग्रेजुएट तो कोई अंडर ग्रेजुएट, जानें कितना पढ़े-लिखे हैं पंजाब के अब तक के 12 मुख्यमंत्री
Punjab Election 2022: पंजाब में अब तक 12 मुख्यमंत्री हुए हैं और उन नेताओं ने कहां तक की पढ़ाई की हम उसपर नजर डालेंगे.
Education Qualification of all Punjab CMs: पंजाब में विधानसभा चुनाव का शोर है. पार्टियां जमकर प्रचार कर रहीं हैं. टक्कर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, अकाली दल के बीच है. वहीं बीजेपी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर कांग्रेस का खेल बिगाड़ने में जुटी है. पंजाब की जनता 20 फरवरी को वोट डालेगी और राज्य का 13वां मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला 10 मार्च को होगा. लेकिन उससे पहले राज्य में जो अब तक 12 मुख्यमंत्री हुए हैं उन्होंने कितनी पढ़ाई की है आज हम उसपर नजर डालेंगे.
राज्य के 12 मुख्यमंत्रियों में से सात सिंपल ग्रेजुएट और तीन लॉ ग्रेजुएट हैं. दो ऐसे भी हैं जो स्नातक तक की पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाए. पंजाब के पहले मुख्यमंत्री गुरमुख सिंह मुसाफिर थे. वह अध्यापक, लेखक और कवि थे. वह 1 नवंबर 1966 से 8 मार्च 1967 तक मुख्यमंत्री रहे.
जस्टिस गुरनाम सिंह पंजाब के दूसरे मुख्यमंत्री थे. उन्होंने लाहौर कॉलेज से लॉ की पढ़ाई के बाद लायलपुर में प्रैक्टिस शुरू की.1950 से 1959 तक पंजाब हाई कोर्ट के जज रहे. वह शिरोमणि अकाली दल के पहले और दो बार मुख्यमंत्री बने. उनका पहला कार्यकाल 8 मार्च 1967 से 25 नवंबर 1967 तक और दूसरा 17 फरवरी 1969 से 27 मार्च 1970 तक रहा.
पंजाब के तीसरे मुख्यमंत्री लक्ष्मण सिंह गिल थे. वह अंडर ग्रेजुएट थे. वह मुख्यमंत्री बनने के अलावा पंजाब के शिक्षा और रेवेन्यू मंत्री भी रहे. मुख्यमंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल 25 नवंबर 1967 से 22 अगस्त 1968 तक रहा.
प्रकाश सिंह बादल- पंजाब के चौथे मुख्यमंत्री
शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता प्रकाश सिंह बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. वह 1970-71, 1977-80, 1997-2002, 2007-2012 और 2012-2017 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. उन्होंने लाहौर के क्रिश्चियन कॉलेज से ग्रेजुएशन पास की
ज्ञानी जैल सिंह- पंजाब के पांचवें मुख्यमंत्री रहे. ज्ञानी जैल सिंह ने अमृतसर के शहीद सिख मिशनरी कॉलेज से गुरु ग्रंथ साहिब को पढ़ा और सीखा. वह 1972 से 1977 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. 1982 से 1987 तक वह देश के पहले सिख राष्ट्रपति भी रहे.
दरबारा सिंह- अमृतसर के खालसा कॉलेज से शिक्षा हासिल करने वाले दरबारा सिंह 1980 से 1983 तक मुख्यमंत्री रहे.
सुरजीत सिंह बरनाला- बरनाला ने 1946 में लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की. 1985 से 1987 तक वह पंजाब के मुख्यमंत्री रहे.
बेअंत सिंह- बेअंत सिंह 1992 से 1995 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. उन्होंने सरकारी कॉलेज लाहौर से बीए पास की. पिता के देहांत के कारण उन्हें कानून की पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी.
हरचरण सिंह बराड़- हरचरण सिंह बराड़ ने सरकारी कॉलेज लाहौर से स्नातक की पढ़ाई की. बेअंत सिंह की हत्या के बाद 31 अगस्त 1995 से 21 नवंबर 1996 तक वह पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. वह सिंचाई एवं बिजली मंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री भी रहे.
राजिंदर कौर भट्ठल ने संगरूर के सरकारी कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. वह पंजाब की पहली और अब तक की इकलौती महिला मुख्यमंत्री रही हैं. उनका कार्यकाल कार्यकाल नवंबर 1996 से फरवरी 1997 तक रहा.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ग्रेजुएशन के बाद 1963 से 1965 तक इंडियन आर्मी में सर्विस दी. वह दो बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे. उनका पहला कार्य़काल 26 फरवरी 2002 से 1 फरवरी 2007 और दूसरा 16 मार्च 2017 से 19 सितंबर 2021 तक रहा.
चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं. वह राज्य के पहले दलित सीएम हैं. उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की. इसके बाद पीटीयू से एमबीए की डिग्री पूरी की. वह पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से पीएचडी कर रहे हैं. उन्होंने सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री बनाया गया था.