पंजाब में आम आदमी पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली है. केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के सामने बड़े-बड़े सियासी दिग्गज धराशायी हो गए. मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व सीएम कैप्टन अमिरिंदर सिंह भी चुनाव हार गए. आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत के बाद प्रदेश में भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है. उन्होंने धुरी विधानसभा सीट से बड़े अंतर के साथ जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान के यहां तक पहुंचने का सफर भी बड़ा दिलचस्प है. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया. एक कॉमेडियन से राजनेता बने भगवंत मान के सियासी सफर के बारे में जानने की कोशिश करते हैं.


कॉमेडियन से लेकर पंजाब के अगले सीएम तक का सफर


भगवंत मान दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी के दूसरे मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. भगवंत मान का जन्म संगरूर के सतोज गांव में एक स्कूल शिक्षक परिवार में हुआ था. उनका शुरू से ही मनोरंजन की दुनिया से लगाव रहा था. 18 साल की उम्र में उन्होंने पहला ऑडियो कैसेट जारी कर प्रसिद्धि पाई थी. वो शहीद उधम सिंह कॉलेज में बीकॉम के छात्र थे. सामाजिक और राजनीतिक व्यंग्य करने में वो माहिर थे. जुगून मस्त मस्त जैसे लंबे समय तक चलने वाले टेलीविजन शो के जरिए वो प्रदेश में कॉमेडी के उस्ताद बन गए. उन्होंने फिल्मों में भी काम किया. उनकी पहली फिल्म कचहरी 1994 में रिलीज हुई थी. कॉमेडी में उनका करियर जब चरम पर था तो उन्होंने साल 2011 में पंजाब की पीपुल्स पार्टी में शामिल होने के लिए इसे छोड़ दिया था.
  
संगरूर से लोकसभा सांसद


पंजाब में पांच बार के मुख्यमंत्री प्रकाश एस बादल के भतीजे मनप्रीत सिंह बादल की ओर से स्वच्छ राजनीति को लेकर एक प्रयोग किया गया था. 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले जब मनप्रीत बादल ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया, तो मान ने साथ जाने से इनकार कर दिया. इसके बजाय AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के निमंत्रण को स्वीकार करने का फैसला किया. अनुभवी और दिग्गज अकाली नेता एसएस ढींडसा को हराकर मान ने संगरूर लोकसभा सीट पर 2 लाख से अधिक मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की. वो दो बार यहां से लोकसभा सांसद रहे. वो वर्तमान में संगरूर के सांसद हैं.


भगत सिंह के अनुयायी है भगवंत मान


पंजाब में सीएम उम्मीदवार के लिए आम आदमी पार्टी ने ऑनलाइन पोल के जरिए भगवंत मान का चुनाव किया था. कॉमेडियन की छवि को बदलने के लिए चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में भगवंत मान ने खुद को पेशे से एक राजनेता बताया. वो संसद से लेकर सड़क तक काफी मुखर भी रहे. कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का समर्थन करते हुए उन्होंने जोरदार तरीके से अपनी बात रखी थी. भगवंत मान को अक्सर पीली पगड़ी पहने हुए देखा जाता है. उन्हें भगत सिंह का अनुयायी माना जाता है. भगवंत मान की कुल घोषित संपत्ति करीब 2 करोड़ रुपये है जिसमें चल और अचल संपत्ति शामिल है.


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