क्या नोटों से भरे बैगों का है चुनावी कनेक्शन! Punjab CM Charanjit Channi के रिश्तेदार समेत तीन लोगों से ED करेगी पूछताछ
ED Raid: ईडी इस मामले में हनी समेत कुदरत दीप सिंह और संदीप को पूछताछ के लिए बुलाएगी. यह तीनों एक कंपनी में निदेशक थे, जिसका नाम प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसलटेंट था.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के रिश्तेदार भूपिंदर सिंह हन्नी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है क्योंकि ईडी की शुरुआती पूछताछ के दौरान वो अपने यहां से बरामद नगदी के बारे में कोई जवाब नहीं दे पाया. ईडी जल्द ही हन्नी समेत उनकी कंपनी प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसलटेंट के उनके दोनों सहयोगियों को पूछताछ के लिए बुलाने वाली है. यह पूछताछ जालंधर में होने की संभावना है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब में हुए अवैध खनन के मामले में लगातार दो दिनों तक पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के रिश्तेदार हन्नी और उनके सहयोगियों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की नगदी, 21 लाख से अधिक का सोना व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए थे. सूत्रों ने बताया कि इन नगदी बरामदगी में से सबसे ज्यादा नगदी हन्नी के ठिकानों से बरामद हुई थी. यह नगदी लगभग 7 से 8 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
ईडी सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान हन्नी अपने मोहाली वाले घर पर मौजूद था. ईडी के जांच अधिकारियों ने उनसे उनके यहां बरामद करोड़ों रुपये की बाबत पूछताछ की तो ना तो वह कोई बैंक की पर्ची ही खुद दिखा पाए और ना ही यह बता पाए यह पैसा किसका है या कहां से आया है. ईडी अब इस मामले में हन्नी समेत उनके कंपनी के दो और निदेशकों को पूछताछ के लिए बुलाने जा रहा है और संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अवैध रेत खनन मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह और हन्नी एक अन्य व्यक्ति संदीप के साथ प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंपनी में निदेशक हैं. यह कंपनी उसी साल 2018 में बनी थी, जब अवैध खनन मामले में पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. यह कंपनी 25 अक्टूबर 2018 को बनी और सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक इस कंपनी में मात्र 60 हजार रुपये का पैडअप कैपिटल था और कुल अधिकृत धनराशि 5 लाख रुपये थी.
सूत्रों ने बताया, ईडी को शक है कि इस कंपनी के जरिए भी काले धन को सफेद करने का काम किया गया होगा. ईडी ने इस कंपनी से संबंधित सभी दस्तावेज हन्नी को पेश करने को कहा है. ध्यान रहे कि इस छापेमारी को लेकर राजनीतिक घमासान भी शुरू हो चुका है और एक दूसरे पर राजनैतिक आरोप लगाने का दौर जारी है.
पंजाब के मुख्यमंत्री इस मामले मे केंद्र पर सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनाव के दौरान उनके रिश्तेदारों को फंसाने का आरोप लगा रहे हैं. वही आम आदमी पार्टी ने भी चन्नी पर हमला बोला है और अवैध खनन के लिए उन पर निशाना साधा है. राजनैतिक पार्टियों के आरोप प्रत्यारोप के बीच प्रवर्तन निदेशालय की जांच जारी है.