नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी कल दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार यानी कल शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल होंगे. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
राहुल गांधी और सोनिया गांधी को शपथ-ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री की ओर से आमंत्रित किया गया है और सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने आमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
सभी प्रदेशों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और प्रमुख विपक्षी दलों के नेता आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के लिये गुरुवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सभी प्रदेशों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. जिन विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है उसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जेडीएस नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं. सूत्रों ने कहा कि सभी मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, पूर्व प्रधानमंत्रियों और पूर्व राष्ट्रपतियों को कार्यक्रम के लिये न्योता भेजा गया है. उन्होंने कहा कि समारोह के लिये सभी बड़े राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को न्योता भेजा जा रहा है.
छह हजार खास मेहमानों के पहुंचने की उम्मीद
छह हजार खास मेहमानों की मौजूदगी में नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होने वाले इस समारोह के दौरान बिम्सटेक देशों समेत आठ देशों के प्रमुख शरीक हो रहे हैं वहीं कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, फिल्म सितारों, गणमान्य नागरिकों समेत करीब छह हजार खास मेहमानों के पहुंचने की उम्मीद है. समारोह में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, किर्गीज़स्तान के राष्ट्रपति शरीक हो रहे हैं वहीं नेपाल, भूटान, मॉरीशस के पीएम भाग लेंगे. इसके अलावा अनेक देशों के राजदूत औऱ दुनिया के गई देशों से खास एनआरआई मेहमान भी पहुंच रहे हैं.
ममता बनर्जी नहीं होंगी शामिल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी. ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को खत लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है और शपक्ष ग्रहण में शामिल न होने की वजह बताई है. ममता बनर्जी ने कहा है कि ये समारोह लोकतंत्र का जश्न मनाने वाला होता है किसी एक राजनीतिक दल को नीचा दिखाने वाला नहीं. मीडिया के मुताबिक बीजेपी इस बात का दावा कर रही है कि बंगाल में 54 लोगों की जान राजनीतिक हिंसा में गई. यह बिलकुल असत्य है.''
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