जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर टिकट बंटवारे को लेकर हो रहे विरोध के बीच बीजेपी के लिए एक राहत की खबर आई है. टिकट न मिलने से नाराज चल रहे विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने अब सांगानेर से अपना नामांकन वापस ले लिया है. पार्टी ने भी आहूजा का समर्पण देखकर अपने संगठनात्मक ढांचे में परिवर्तन कर उन्हें प्रदेश बीजेपी का उपाध्यक्ष बना दिया है.
सीकर जिले के रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहूजा अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. बीजेपी के जिन विधायकों का टिकट कटा था उस फेहरिस्त में आहूजा का भी नाम शामिल था. पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद उन्होंने निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का फैसला किया था.
विवादित बयान से चर्चा में आए थे
ज्ञानदेव आहूजा ने तब राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थी जब उन्होंने दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ''जेएनयू में रोजाना 3000 बीयर की बोतलें, 2000 शराब की बोतलें, 10 हजार सिगरेट के टुकड़े, 4 हजार बीड़ी, 50 हजार हड्डियों के टुकड़े, 2 हजार चिप्स के पैकेट, 3 हजार उपयोग किए गए कंडोम और 500 गर्भपात के इंजेक्शन मिलते हैं.''
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