Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 25 नवम्बर को मतदान होना है. चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों के स्टार प्रचारक विधानसभा क्षेत्र में जाकर मतदाताओं को लुभाने का काम कर रहे हैं, जिससे अपनी पार्टी के पक्ष में वोट कराया जा सके. आज यानी शुक्रवार (17 नवंबर) को बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने भरतपुर (Bharatpur) जिले की सात विधानसभा सीटों के बसपा प्रत्याशियों के समर्थन में नदबई विधानसभा क्षेत्र में डहरामोड़ रोड़ स्थित नदबई कृषि उपज मंडी में विशाल जनसभा को संबोधित किया. 
   


कृषि उपज मंडी नदबई में सभा स्थल के पास ही मायावती के हेलीकॉप्टर को उतरने के लिए हेलीपैड बनाया गया था. बसपा सुप्रीमो मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) पर जबरदस्त निशाना साधा. मायावती ने, ''कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों को दलित विरोधी और गरीबों का शोषण करने वाली सरकार बताया है''. मायावती ने कहा कि आपको लुभाने के लिए कई तरह के हथकंडे यह पूंजीपति की सरकार अपनाएगी, लेकिन आपको झांसे में नहीं आना है और सावधान रहना है.


मायावती ने कांग्रेस पर साधा निशाना


मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि बाबा साहेब के अनुयायियों ने जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब उन्हें भारत रत्न की उपाधि देने की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने उन्हें सम्मान नहीं दिया. जिसके बाद बीएसपी की मांग पर बीपी सिंह की सरकार में बाबा साहब को भारत रत्न का सम्मान मिला. जनसभा के दौरान मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उनकी चार बार सरकार रही है, जिसके दौरान उन्होंने कमजोर और उपेक्षित वर्गों के लिए काम करते हुए असामाजिक तत्वों को जेल के पीछे पहुंचाने का काम किया है.


उन्होंने कहा कि सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की नीतियों पर आधारित बसपा की सरकार बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में मतदान करना होगा. जिससे राजस्थान में भी बसपा की सरकार बने. मायावती ने जनसभा के दौरान लोगों से कहा कि सोशल मीडिया पर विरोधी पार्टियां उनके वीडियो और आवाज में काट छांटकर गलत प्रचार करेंगी. अफवाहों से दूर रहकर पार्टी के पक्ष में मतदान करना है. 


EVM की वजह से बसपा का ग्राफ गिरा- मायावती


मायावती ने कहा की मैंने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी है उनको भी बताया था और आपको भी बता रही हूं कि आपको लगता होगा की उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी कमजोर क्यों हो गई है? हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश में कमजोर हमारे लोगों की वजह से नहीं  हुई है. हमारी पार्टी के जनाधार में कोई कमी नहीं आई है. जब तक चुनाव बैलेट पेपर से होता रहा, हमारी पार्टी सत्ता में भी आई जनाधार भी बढ़ा पार्लियामेंट की सीट भी जीतकर आई लेकिन जब से चुनाव मशीन के जरिये होने लगा है, तो मशीनों में काफी गड़बड़ी हुई, जिसके कारण हमारी पार्टी ग्राफ नीचे गिरा है. जनसभा के अंत में मायावती ने बसपा प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगे. मंच पर सातों विधानसभा प्रत्याशी मौजूद थे. 


ये भी पढ़ें: Rajasthan Election 2023: राजस्थान में इस बार मतदान बूथ होंगे खास, दिखेगी कला और संस्कृति की झलक