नई दिल्ली/जयपुर: हर पांच साल के बाद सत्ता परिवर्तन करने वाला राजस्थान इस बार भी अपनी पुरानी रीत को दोहराने पर आमादा है. एबीपी न्यूज़-लोकनीति सीएसडीएस के एग्जिट पोल के मुताबिक राजस्थान में सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है, लेकिन जीत कांग्रेस की झोली में जाती दिख रही है.


एग्जिट पोल के मुताबिक लड़ाई इतने कांटे की है कि कांग्रेस जीत तो रही है, लेकिन बहुमत के जादुई आंकड़े को महज़ किसी तरह से पार करने में कामयाब होती दिख रही है. कांग्रेस को 101 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी 83 सीटें जीत सकती है. अन्य के खाते में 15 सीटें जाती दिख रही हैं. बहुमत का जादुई आंकड़ा 100 सीट है. यहां विधानसभा की 200 सीटें हैं, लेकिन चुनाव 199 सीटों पर हुआ है. ये आंकड़ें 199 सीटों पर आधारित हैं.


पिछले चुनाव से मुकाबला


पिछले चुनाव के मुकाबले बीजेपी को भारी नुकसान हो रहा है. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 163 सीटों पर शानदार जीत के साथ सत्ता में वापसी की थी. कांग्रेस महज़ 21 सीटों पर सिमट गई थी. लेकिन इस बार बीजेपी का हाल बुरा होता दिखाई दे रहा है और वह तीन अंकों में सीटें नहीं ला पा रही है. बीजेपी की सीटें करीब-करीब आधी हो रही हैं. बीजेपी को 83 सीटें आ रही हैं यानी 72 सीटों को नुकसान हो रहा है. इसी तरह कांग्रेस को 101 सीटें आ रही हैं तो 80 सीटों का फायदा हो रहा है.


वोट प्रतिशत


एबीपी न्यूज़ के एग्जिट पोल के मुताबिक वोटों के मामले में बीजेपी को लेकर जनता में खासा रोष दिख रहा है. कांग्रेस के वोट में भारी बढ़ोतरी होती दिख रही है. एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को 8.4 फीसदी वोटों की बढ़ोतरी मिल सकती है, जबकि बीजेपी के वोटों में 5.2 फीसदी की कमी होगी.


कांग्रेस को 41.5 फीसदी वोट मिलने के अनुमान हैं तो बीजेपी को 40 फीसद वोट मिल सकते हैं. बीएसपी भी 4 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब हो सकती है. अन्य के खाते में 14.5 फीसदी वोट जा सकते हैं. अन्य को भी 3.8 फीसदी वोट का घाटा हो सकता है.



क्षेत्रवार आंकड़ा

राजस्थान उत्तर-39 सीटें

यहां पर कांग्रेस ने मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है. इस क्षेत्र की 39 सीटों में से कांग्रेस के हिस्से में 21, बीजेपी के हिस्से में 11 और अन्य के खाते में 7 सीटें जा रही हैं.

राजस्थान पश्चिम-43 सीटें

इस क्षेत्र में बीजेपी, कांग्रेस को पीछे छोड़ती दिखाई पड़ रही है. इस रीजन की 43 सीटों में से कांग्रेस के खाते में 19 बीजेपी के खाते में 22 और अन्य को मजह दो 2 सीटे मिल रही हैं.

राजस्थान मध्य-36 सीटें

मध्य क्षेत्र में भी कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. कुल 36 सीटों में से कांग्रेस को 20, बीजेपी को 12 और अन्य को 4 सीटें मिल रही हैं.

राजस्थान मत्स्य- 29 सीटें

इस रीजन की 29 सीटों में से कांग्रेस और बीजेपी के बीत दो सीटों का अंतर दिखाई दे रहा है. कांग्रेस के खाते में जहां 15 सीटें जाती दिखाई दे रही हैं वहीं बीजेपी को 13 सीटों से संतोष करना होगा. वहीं अन्य के हिस्से में महज एक सीट जाती नजर आ रही है.

राजस्थान दक्षिण- 35 सीटें

दक्षिण भाग में बीजेपी, कांग्रेस के ऊपर मामुली बढ़त के साथ आगे बढ़ती दिख रही है. दक्षिण की कुल 35 सीटों में से कांग्रेस को 16 तो बीजेपी को 18 सीटें मिल सकती है. यहां भी अन्य को एक सीट के साथ संतोष करना होगा.

राजस्थान हड़ौती- 17 सीटें

यहां भी कांग्रेस बाजी मारती दिख रही है. कांग्रेस और बीजेपी की सीटों तीन का अंतर है. कांग्रेस को 10 और बीजेपी को 7 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. अन्य का खाता खाली रहेगा.

सर्वे से जुड़ी अहम बातें

1. विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म होते-होते राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला कांटे का हो गया.  जबकि बीच अक्टूबर तक कांग्रेस राज्य में एकतरफा जीत दर्ज करती नजर आ रही थी.

2. कांग्रेस को बीजेपी के मुकाबले महज 1.5 फीसदी वोटों की बढ़त मिल रही है.

3. कांग्रेस और बीजेपी के अलावा इस चुनाव में क्षेत्रीय पार्टी भी प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं.

4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले जो मुकबला एकतरफा नजर आ रहा था वो दौरे के बाद तेजी से बदला. पीएम मोदी के आखिरी वक्त में किये गए प्रचार ने बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भुमिका निभाई.

5. राजस्थान में अब भी प्रधानमंत्री मोदी का जलवा बरकरार है. राज्य के हर चार में से तीन मतदाता ने मोदी पर अपना भरोसा जताया है. वहीं लोगों की पसंद के मामले में कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दूसरे नंबर पर हैं.

6. राजस्थान की वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मुकाबले लोग कांग्रेस के नेता सचिन पायलट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

7. राज्य की जनता अब भी मुख्यमंत्री के रूप में वसुंधरा राजे को पसंद करती है लेकिन अशोक गहलोत के मुकाबले उनकी लोकप्रियता तेजी से गिरी है. कुल मिलाकर गहलोत को लोग पायलट से ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

8. राजस्थान की जनता में राज्य सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी दिखी लेकिन वो केंद्र की एनडीए सरकार के काम से संतुष्ट नजर आई.

9. एग्जिट पोल के सर्वे में लोगों ने कहा कि वो वसुंधरा राजे को राज्य में दूसरा मौका नहीं देना चाहते हैं. लेकिन, केंद्र में एक बार फिर से मोदी सरकार को वापस लाना चाहते हैं.

10. 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी संख्या में लोगों का झूकाव मोदी सरकार की तरफ दिखा. वर्तमान के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा लोगों ने मोदी सरकार के पक्ष में जाने की बात कही. इस बार के विधानसभा चुनाव में महंगाई और बेरोजगारी दो प्रमुख मुद्दे रहे. राज्य के लगभग 25 फीसदी वोटर्स ने बेरोजगारी को सबसे बड़ी समस्या बताया.