मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रचंड जीत की जितनी चर्चा हो रही है. उतनी ही चर्चा इस बात की है कि दोनों राज्यों में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. पार्टी ने अभी तक मुख्यमंत्री के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की है, लेकिन रेस में कई नाम शामिल हैं. इस रेस में दो वो नाम भी हैं, जो राजघराने से ताल्लुक रखते हैं. राजस्थान के जयपुर राजघराने की राजकुमारी दीया कुमारी और मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.


ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों का मानना है कि सिंधिया ने चुनाव में अहम भूमिका निभाई और उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी फिर से सत्ता में आई है. ऐसे में सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए. उधर, राजस्थान में विद्याधर नगर सीट चुनाव जीतने के बाद दीया कुमारी की सीएम पद के लिए दावेदारी बढ़ गई है. राजघराने से होने के कारण बीजेपी को जातियों की नाराजगी का सामना नहीं करना पड़ेगा और चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीया कुमारी को जिस तरह तवज्जो दी उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पार्टी उन्हें सीएम बना सकती है. इसके अलावा, वह हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर भी जमकर बोलती हैं. सिंधिया राज्यसभा सांसद हैं और अभी नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. वहीं, दीया कुमारी राजसमंद लोकसभा सीट से सांसद हैं. राजघराने से होने के कारण सिंधिया और दीया कुमारी की प्रॉपर्टी की काफी चर्चाएं हैं. आइए जानते हैं दोनों कितनी संपत्ति के मालिक हैं और कौन ज्यादा अमीर है-


दीया कुमारी के पास कितनी संपत्ति
दीया कुमारी जयपुर के अंतिम शासक महाराजा मान सिंह द्वितीय की पोती हैं. विद्याधर नगर सीट से नामांकन दाखिल करते वक्त दीया कुमारी ने अपनी प्रॉपर्टी का ब्यौरा देते हुए बताया कि वह 19 करोड़ 19 लाख रुपये की संपत्ति की मालकिन हैं. हालांकि, उनके नाम कोई जमीन या भवन नहीं है, लेकिन सोने-चांदी के जवाहरात हैं. साढ़े चार साल पहले जब उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए पर्चा था, तब उन्होंने चुनाव आयोग को बताया कि उनके पास 16 करोड़ 59 लाख रुपये की संपत्ति थी. इसका मतलब साढ़े चार साल में उनकी संपत्ति 2 करोड़ से भी ज्यादा बढ़ गई है. वहीं, 2013 में उनके पास 9 करोड़ 64 लाख की प्रॉपर्टी थी.


दीया कुमारी के एफिडेविट के अनुसार, उनके पास 28 कंपनियां हैं और म्यूचुअल फंड्स में 14 करोड़ 85 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट किया है. एफडीआर में डेढ़ करोड़े और 8 बैंकों में 1 करोड़ 48 लाख रुपया जमा है. इसके अलावा, करंट अकाउंट में 92 लाख से ज्यादा की राशि है.


महाराजा बेटे पद्मनाभ सिंह के पास 697 मिलियन डॉलर
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, महाराजा पद्मनाभ सिंह जयपुर राजघराने के 303वें वंशज है. वह दीया कुमारी और नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. उनकी उम्र अभी 23 साल है और 697 मिलियन डॉलर से लेकर 855 मिलियन डॉलर तक की संपत्ति के मालिक हैं. शाही परिवार के संपत्ति का अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के अनुसार, इनके पास 2.8 अरब डॉलर की कुल संपत्ति है.


ज्योतिरादित्य संधिया के पास कितनी संपत्ति
ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने के उस सिंधिया परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिसने कभी ग्वालियर पर राज किया था और ज्योतिरादित्य इसी सिंधिया परिवार के वारिस हैं. सिंधिया परिवार का ताल्लुक कांग्रेस से रहा है, लेकिन साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए थे. पार्टी ने उन्हें तोहफे में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी. फिलहाल वह राज्यसभा सांसद हैं. हालांकि, उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की गुना सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह इसमें हार गए.


2019 के आम चुनाव में नामांकन दाखिल करते समय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग को बताया था कि उनके पास करीब 375 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है. इसमें उनके पिता और परिवार से विरासत में मिली प्रॉपर्टी भी शामिल है. हलफनामे के मुताबिक, उनके पास करीब 12 करोड़ रुपये के जेवर हैं और 50 लाख रुपये के 9 कैरेट सोने के कप और 20 हजार रुपये का सिगरेट का केस है. ग्वालियर में उनकी एक हवेली है, जिसकी कीमत 4,000 करोड़ रुपये है. इसमें 400 कमरे हैं.


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