Rajya Sabha Election: राज्यसभा चुनाव में मतदान 27 फरवरी को होना है. 15 राज्यों की 56 सीटों के लिए 59 उम्मीदवार मैदान में हैं. 27 फरवरी को सदन में वोटिंग के बाद चुनाव के नतीजे भी सामने आ जाएंगे. हालांकि, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी मतदान होने से एक सप्ताह पहले ही राज्यसभा सांसद बन चुकी हैं. सोनिया मतदान से पहले सांसद कैसे बन गईं और राज्यसभा चुनाव के नियम क्या हैं, आइए समझते हैं.


सोनिया गांधी अकेले राज्यसभा सांसद नहीं बनी हैं. सोनिया के साथ भारतीय जनता पार्टी के चुन्नीलाल ग्यारसिया और मदर राठौर भी राज्यसभा सांसद बन चुके हैं. ये सभी नेता निर्विरोध चुनाव जीते हैं. 


कैसे राज्यसभा सांसद बनीं सोनिया?
राज्यस्थान में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं और इन तीन सीटों के लिए सभी दलों ने कुल तीन उम्मीदवार ही मैदान में उतारे थे. ऐसे में मतदान की जरूरत नहीं पड़ी और सोनिया के साथ बीजेपी के दोनों उम्मीदवार भी निर्वेरोध चुनाव जीत गए. राज्स्थान से कुल 10 राज्यसभा सांसद हो सकते हैं. 2024 के नतीजे आने के बाद यहां से छह राज्यसभा सांसद कांग्रेस और चार राज्यसभा सांसद बीजेपी के पास हैं.


कांग्रेस के मनमोहन सिंह और बीजेपी के भूपेंद्र यादव का राज्यसभा सांसद का कार्यकाल तीन अप्रैल को खत्म हो रहा है. वहीं, बीजेपी के किरोड़ी लाला मीणा पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. पिछले साल दिसंबर में वह विधानसभा चुनाव जीते थे और अब विधायक के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं.


अब रायबरेली का क्या होगा?
सोनिया गांधी इससे पहले पांच बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं. 77 साल की सोनिया ने 2019 में ही साफ कर दिया था कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा. अब उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला देकर कहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. इसके साथ ही उन्होंने रायबरेली के लोगों के लिए एक भावुक संदेश लिखा. कयास लगाए जा रहे हैं कि सोनिया की जगह उनकी बेटी प्रियंका रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं.

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