Maharashtra Election 2024: केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने महाराष्ट्र की राजनीति में बागियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि महायुति और महाविकास अघाड़ी में बागी उम्मीदवारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो कि राजनीतिक स्थिरता के लिए एक चुनौती हो सकती है. यह स्थिति विभिन्न पार्टियों के लिए समस्या पैदा कर सकती है, लेकिन उन्हें भरोसा है कि बागी उम्मीदवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के नेताओं पर विश्वास रखते हैं.
रामदास अठावले ने बताया कि चार नवंबर तक जो नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है, वह उम्मीद करते हैं कि लगभग 99 प्रतिशत बागी उम्मीदवार उम्मीदवारी वापस ले लेंगे. पार्टी में टिकट बंटवारे के दौरान नाराजगी होना सामान्य समस्या है. अगर उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है तो दूसरा नाराज हो जाता है और इसी तरह यह चक्र चलता है. बागी उम्मीदवारों को पार्टी के हित में सोचना चाहिए.
महाविकास अघाड़ी के बयानों पर प्रतिक्रिया
अठावले ने महाविकास अघाड़ी के नेताओं के बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अरविंद सावंत का बयान इस गठबंधन के लिए विनाशकारी हो सकता है. उन्होंने कांग्रेस की स्थिति की तुलना एक "बिना पानी की मछली" से की जो सत्ता के बिना तड़प रही है. यह स्थिति इस बात का संकेत है कि कांग्रेस राजनीतिक संकट का सामना कर रही है और प्रधानमंत्री मोदी लगातार 15 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़ने के कगार पर हैं.
समाजवादी पार्टी पर अठावले ने क्या कहा?
अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी पर टिप्पणी करते हुए अठावले ने कहा कि अगर उन्हें महाविकास अघाड़ी में पर्याप्त सीटें नहीं मिल रही हैं तो उन्हें इस गठबंधन से बाहर आकर स्थिति पर विचार करना चाहिए. यह बयान यह दर्शाता है कि अठावले महाविकास अघाड़ी की स्थिरता को लेकर चिंतित हैं और वे चाहते हैं कि सभी पार्टियां राजनीतिक हितों का सही मूल्यांकन करें.
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