हरियाणा चुनाव: रणदीप सुरजेवाला का दर्द छलका, कहा- 2005 में मुझे सीएम प्रोजेक्ट किया, लेकिन बनाया हुड्डा को
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: 2005 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के वक्त सुरजेवाला कार्यकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हुआ करते थे.
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला का 2005 में हरियाणा का सीएम ना बन पाने पर दर्द छलका है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2005 में कांग्रेस ने उन्हें और भजनलाल को सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट किया था, लेकिन मुख्यमंत्री हुड्डा को बना दिया. रणदीप सुरजेवाला के इस बयान से पहले से ही गुटबाजी झेल रही कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है.
सुरजेवाला ने ये भी कहा कि खट्टर सरकार हरियाणा में बुरी तरह नाकाम रही है इसी वजह से बीजेपी हरियाणा के मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ पा रही. कांग्रेस ने सुरजेवाला को कैथल से उम्मीदवार बनाया है. सुरजेवाला इस सीट से 2009 और 2014 में चुनाव जीत चुके हैं. सुरजेवाला का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार लीला राम से है जो 19 साल पहले आईएनएलडी से यहां चुनाव जीत चुके हैं.
सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि ''बीजेपी की क्रूर सरकार, कुशासन, भ्रष्टाचार के अंत होने का समय आ गया है. राज्य में सबसे अधिक बेरोजगारी है. अरावली घोटाला, खनन घोटाला, स्कॉलरशिप घोटाला, ट्रांसपोर्ट घोटाला जैसे बड़े-बड़े घोटाले हुए.''
छलका 14 साल पुराना दर्द
अशोक तंवर के जेजेपी को समर्थन देने पर सुरजेवाला ने पीछे मुड़ कर नहीं देखने की बात कही. उन्होंने कहा, ''असल झगड़े बीजेपी में हैं. उन्होंने अपने दो मंत्रियों और कई विधायकों की टिकट काट दी. सारे बड़े बीजेपी नेताओं की अपनी-अपनी बीजेपी है. कांग्रेस में सब इकट्ठे हैं. मिल कर लड़ाई लड़ रहे हैं. अशोक तंवर ने पार्टी छोड़ दी, इसके बाद वो क्या करते हैं ये उनकी इच्छा है. हम आगे बढ़ गए हैं, पीछे मुड़ कर नहीं देखेंगे.''
सुरजेवाला को इस साल की शुरुआत में जींद उप चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था. जींद उपचुनाव से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ''जींद का फैसला पार्टी ने किया. कांग्रेस वहां कमजोर थी, मुझे लड़ने को कहा गया. पार्टी मां है. उसका अनुशासन मानना पड़ता है. जींद में लड़ कर अब वापस अपने घर आ गया हूं.''
सीएम के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, ''पार्टी तय करेगी कौन सीएम होगा. आगे बढ़ने की इच्छा में कोई गलत बात नहीं है. 32 साल तक पार्टी की सेवा की है. जो सोनिया गांधी और राहुल गांधी तय करेंगे वो मानूंगा. 2005 में कांग्रेस सत्ता में आई तो भजनलाल और मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री हुड्डा को बनाया गया. हमने उनके साथ काम किया.''
कैथल में इस बार सुरजेवाला का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार लीलाराम से है. लीलाराम कैथल सीट पर सुरजेवाला की जमानत जब्त होने का दावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ''सुरजेवाला मुख्यमंत्री बनने की बात कह कर यहां से चुनाव जीतते रहे लेकिन अब सच्चाई सबको पता है.''
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