RLD Chief Jayant Chaudhary on BJP Offer: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव से पहले बीजेपी ने राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी को साथ आने का न्योता दिया. हालांकि चौधरी ने लगे हाथ इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. जयंत चौधरी ने एबीपी न्यूज़ से कहा है कि मैं कोई चवन्नी नहीं जो पलट जाऊंगा. यह परीक्षा की घड़ी है. भाईचारा होगा तो सभी को फायदा होगा. कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिमी यूपी में जाट वोटों को साधने के लिए इलाके के जाट नेताओं से बैठक की थी.
जब लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया तो यह लोग कहां गए थे- जयंत
जयंत चौधरी ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''वह मुझे ऑफर दे रहे हैं, लेकिन जब लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया तो यह लोग कहां गए थे. आज यह लोग मुझसे उम्मीद कर रहे हैं. मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो पलट जाऊंगा. यह हमारे मान सम्मान की बात है. हमें सतर्क रहना होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’हमारा समीकरण एक या दो जाति पर आधारित नहीं है. 36 जाति के लोग खेती करते हैं. आपको न्योता देना है तो मारे गए 700 किसानों के परिवार को दें.’’
कल मीटिंग में गए लोग किसान और हमारे शुभचिंतक नहीं- जयंत
जयंत ने आगे कहा, ‘’बीजेपी यूपी और देश की अवाम को धोखा दिया है. उनको डर सता रहा है कि जनता हमारे साथ जुड़ रही है. कल मीटिंग में गए लोग किसान और हमारे शुभचिंतक नहीं हैं. हमारा वोटर जहां लोकदल है, वहां लोकदल को वोट करेगा और जहां समाजवादी है, वहां समाजवादी को वोट करेगा. मुझे विश्वास है कि जो हमने निर्णय जो लिया है, उसके साथ हमारा वोटर जुड़ा रहेगा.’’
बैठक में जाट समुदाय के करीब 250 से ज्यादा प्रबुद्ध वर्ग के लोग और अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभुत्व रखने वाले नेताओं के अलावा बीजेपी के उत्तर प्रदेश के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धमेंद्र प्रधान और सांसद सत्यपाल सिंह भी शामिल हुए.
यूपी चुनाव में जाट समुदाय की भूमिका अहम
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय की भूमिका हमेशा अहम होती है और वह परिणामों को प्रभावित करने की ताकत रखता है. इस क्षेत्र में रालोद का खासा प्रभाव है. जयंत के दादा चौधरी चरण सिंह देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं, जबकि उनके पिता दिवंगत अजीत सिंह भी केंद्र सरकार में मंत्री रहे हैं. इस बार के चुनाव में रालोद ने सपा से गठबंधन किया है.