भोपाल: महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहकर विवाद में साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान पर माफी मांग ली है. इसके साथ ही उन्होंने अपना बयान भी वापस ले लिया है. इस पर साध्वी की ओर से कुछ नहीं कहा गया लेकिन मध्य प्रदेश में बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने दावा किया कि साध्वी ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली है. लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि पार्टी ने साध्वी से कहा है कि आगे से ऐसा ना बोला जाए और इसका ध्यान रखा जाए.
बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने साध्वी के बयान से किनारा कर लिया था और उनके सार्वजनिक माफी मांगने को कहा था. लोकेंद्र पाराशर ने कहा, ''मुझे नहीं पता साध्वी ने ऐसा क्यों कहा लेकिन बीजेपी का इस पर स्टैंड बहुत क्लीयर है, नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को मारा और एक हत्यारे को हत्यारे की तरह ही देखा जाना चाहिए.''
बयान पर हमलावर कांग्रेस बोली- ये भाजपाई डीएनए है
ग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ''अब साफ है, भाजपाई हैं गोडसे के वंशज! भाजपाई बताते हैं गोडसे को देशभक्त और शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही! हिंसा की संस्कृति और शहीदों का अपमान ही है भाजपाई डीएनए!''
एक दूसरे ट्वीट में सुरजेवाला ने लिखा, ''मोदी-अमित शाह जी की चहेती भाजपा नेत्री, प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर गांधी जी के हत्यारे, नाथूराम गोडसे को ‘सच्चा देशभक्त’ बता पूरे देश का अपमान किया है. यह भारत के गांधीवादी मूल सिद्धांतों का तिरस्कार करने का घिनौना भाजपाई षडयंत्र है.''
साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को बताया देशभक्त, कांग्रेस बोली- ये भाजपाई डीएनए, BJP ने साध्वी से माफी मांगने को कहा
बीजेपी ने साध्वी के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी थी
कांग्रेस के हमलावर रुख के बीजेपी ने साध्वी के बयान से किनारा कर लिया है और माफी मांगने को कहा है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा है, ''बीजेपी इस बयान से सहमत नहीं है. हम इसकी निंदा करते हैं. पार्टी उनके स्पष्टीकरण के लिए कहेगी, उन्हें सार्वजनिक रूप से इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.''
साध्वी ने नाथूराम गोडसे को लेकर क्या कहा?
साध्वी प्रज्ञा ने आज कहा, ''नाथूराम गोडसे देशभक्त थे... हैं...और रहेंगे, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.''
विवादित बयान को लेकर लग चुका है प्रचार पर बैन
बता दें कि शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान के बाद चुनाव आयोग ने साध्वी के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी. साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि मैंने करकरे को श्राप दिया था इसकी वजह से वे आतंकवादियों के हाथों मारे गए. उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों और आम लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.