भोपाल: अभिनेता कमल हसन के गोडसे वाले बयान पर साध्वी प्रज्ञा ने पलटवार किया है. साध्वी प्रज्ञा ने पलटवार में एक बार फिर विवादित बयान दिया है. मालवा में प्रचार के दौरान साध्वी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे... हैं...और रहेंगे. बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब साध्वी ने चुनाव में विवादित बयान दिया है. इससे पहले वे 26/11 मुंबई हमले में के शहीद हेमंत करकरे को लेकर भी गलत बयानबाजी कर चुकी हैं.


साध्वी प्रज्ञा ने आज कहा, ''नाथूराम गोडसे देशभक्त थे... हैं...और रहेंगे, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.''





साध्वी प्रज्ञा के बयान को लेकर कांग्रेस ने भी हमला करने में देर नहीं की. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ''अब साफ है, भाजपाई हैं गोडसे के वंशज! भाजपाई बताते हैं गोडसे को देशभक्त और शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही! हिंसा की संस्कृति और शहीदों का अपमान ही है भाजपाई डीएनए!''





एक दूसरे ट्वीट में सुरजेवाला ने लिखा, ''मोदी-अमित शाह जी की चहेती भाजपा नेत्री, प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर गांधी जी के हत्यारे, नाथूराम गोडसे को ‘सच्चा देशभक्त’ बता पूरे देश का अपमान किया है. यह भारत के गांधीवादी मूल सिद्धांतों का तिरस्कार करने का घिनौना भाजपाई षडयंत्र है.''


कांग्रेस के हमलावर रुख के बीजेपी ने साध्वी के बयान से किनारा कर लिया है और माफी मांगने को कहा है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा है, ''बीजेपी इस बयान से सहमत नहीं है. हम इसकी निंदा करते हैं. पार्टी उनके स्पष्टीकरण के लिए कहेगी, उन्हें सार्वजनिक रूप से इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.''





बता दें कि शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान के बाद चुनाव आयोग ने साध्वी के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी. साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि मैंने करकरे को श्राप दिया था इसकी वजह से वे आतंकवादियों के हाथों मारे गए. उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों और आम लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.