UP Election: अखिलेश यादव करहल सीट से आज भरेंगे नामांकन, जानें क्यों यहां पर नेताजी के परिवार की है जयजयकार? क्या है यहां का जातीय समीकरण?
Akhilesh Yadav Nomination: इटावा से मैनपुरी तक समाजवादियों का गढ़ माना जाता है. इलाके में मुलायम सिंह के परिवार की गहरी पैठ दिखती है और बीजेपी का कोई नामलेवा नजर नहीं आता.
Akhilesh Yadav To File Nomination Today: मैनपुरी जिले की करहल सीट. राजनीति की शुरुआत और उससे पहले भी ये इलाका मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि थी. नेताजी का गृह जिला इटावा भी इसके करीब ही है. अखिलेश की सरकार में बनाई गई आगरा लखनऊ एक्सप्रेस भी इस करहल इलाके के बीच से गुजरती है. यानी यहां नेताजी का भी नाम है और अखिलेश की भी अपनी पहचान है. उसी करहल सीट से आज अखिलेश यादव अपना नामांकन भरने जा रहे हैं. करहल पहुंचने के लिए अखिलेश कल ही अपने घर सैफई पहुंच चुके हैं, जहां से वो करहल के लिए रवाना होंगे.
करहल से ही नेताजी ने की पढ़ाई
अखिलेश यादव सुबह 10 बजे सैफई में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. सुबह 11 बजे अखिलेश यादव मैनपुरी के लिए निकलेंगे. दोपहर 1 बजे मैनपुरी में नामांकन भरेंगे. मैनपुरी के करहल से ही नेताजी ने शुरुआती पढ़ाई लिखाई की और जिस जैन इंटर कॉलेज से वो पढ़े-लिखे बाद में वहीं शिक्षक बन गए. यहीं से नेतागीरी की दुनिया में कदम रखा और अब अखिलेश यहीं से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि करहल विधानसभा क्षेत्र नेताजी के क्षेत्र में आता है घर के पास का क्षेत्र है जनता का धन्यवाद जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद संगठन के लोगों का धन्यवाद मुझे मौका दे रहे हैं करहल से विधानसभा लड़ने की करहल विधानसभा उदाहरण विधानसभा बनेगी विकास को लेकर विकास हो तो ऐसा विकास हो. भाजपा बहस विकास पर नहीं करती बताना चाहिए.
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सपा का गढ़ है करहल
इटावा से मैनपुरी तक समाजवादियों का गढ़ माना जाता है. इलाके में मुलायम सिंह के परिवार की गहरी पैठ दिखती है और बीजेपी का कोई नामलेवा नजर नहीं आता. एक नजर डालिए करहल के जातीय गणित पर.. और समझिए कि क्यों यहां अखिलेश के परिवार की जयजयकार है.
करहल में कुल 3.71 लाख वोट है, यादव 1.44 लाख, शाक्य 35 हजार, क्षत्रिय 25 हजार, लोधी 11 हजार, मुस्लिम 14 हजार, ब्राह्मण 14 हजार, जाटव 34 हजार. बीजेपी शुरू से ही अखिलेश पर खुद के लिए सुरक्षित सीट चुनने का आरोप लगा रही है. तो क्या इसिलिए बीजेपी अखिलेश को चुनौती देने से कतरा रही है. सवाल इसलिए क्योंकि करहल में नामांकन दाखिल करने के लिए मंगलवार तक का ही वक्त बचा है. पर अब तक बीजेपी ने इस इलाके से उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया है.
समाजवादी पार्टी के विधायक राजू यादव ने कहा- भारतीय जनता पार्टी ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है तो इस पर उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी शख्सियत करहल से चुनाव लड़ रही है कि बीजेपी सोच में पड़ गई है कि उन्हें टक्कर कौन दे पाएगा, इसीलिए अभी तक बीजेपी किसी का नाम डिक्लेअर नहीं कर पाई है.
अखिलेश के चाचा रामगोपाल यादव तो बड़ा दावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अखिलेश के सामने बीजेपी के प्रत्याशी ने वापस लिया नाम. करहल से 1.60 लाख मतों से जीतेंगे अखिलेश. ऐसे में अब इंतजार कीजिए. आज के बाद बस एक दिन और. अगर बीजेपी ने करहल से उम्मीदवार का एलान नहीं किया तो समझिए कि बीजेपी ने अखिलेश को वॉकओवर दे दिया.