Nirmala Sitharaman: सनातन धर्म विवाद पर निर्मला सीतारमण ने स्टालिन को सुनाई खरी-खरी, कहा- दम है तो दूसरे धर्म के लिए ऐसा बोलकर दिखाएं
Udhayanidhi Stalin: सीतारमण ने उस संत की भी निंदा की जिसने उदयनिधि के सिर काटने पर 10 करोड़ इनाम की घोषणा की थी. उन्होंने कहा, मैं ऐसे कृत्यों की निंदा करती हूं, चाहे वह शब्दों में हो या कार्यों में.
Sanatana Dharma Controversy: सनातन धर्म के बारे में डीएमके (DMK) नेता उदयनिधि स्टालिन की हालिया टिप्पणी से उठे विवाद पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रतिक्रिया दी. शनिवार (16 सितंबर) को निर्मला सीतारमण ने इस बयान के निहितार्थ पर चिंता जताई.
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आपने संविधान के अनुसार शपथ ली है और मंत्री बने हैं. शपथ के दौरान आप कहते हैं कि आप दूसरों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएंगे. भले ही यह आपकी विचारधारा हो, फिर भी यह कहना सही नहीं है कि आप एक धर्म को नष्ट कर देंगे.''
मंत्री पर भी उठाए सवाल
केंद्रीय वित्त मंत्री ने हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती (एचआर एंड सीई) मंत्री पी शेखर बाबू पर सवाल उठाते हुए कहा, "आप हिंदू मंदिरों की रक्षा कैसे कर सकते हैं, जब उन्हें नष्ट करने जैसे भाषण आपके सामने हों. आपने भी शपथ ली थी और आप मंदिर के दान पात्र में सनातन हिंदुओं की ओर से किए गए दान से संतुष्ट दिखते हैं."
सिर काटने के ऐलान को भी बताया गलत
सीतारमण ने उस संत की भी निंदा की जिसने उदयनिधि के सिर काटने के लिए 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. उन्होंने अहिंसा में अपने विश्वास पर जोर देते हुए कहा, "मैं ऐसे कृत्यों की निंदा करती हूं जब मेरा दृंढ़ विश्वास है कि हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, चाहे वह शब्दों में हो या कार्यों में? विविधता का सम्मान करने का मतलब है हिंसा से बचना."
'सनातन धर्म के लिए ज्यादा आते हैं ऐसे बयान'
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि इस तरह के नफरत वाले बयान सनातन धर्म के लिए ज्यादा आते हैं. दरअसल इस धर्म को मानने वाले बदला नहीं लेते हैं. ऐसे लोगों के पास दूसरे धर्मों धर्मों के बारे में इस तरह से बुरा बोलने की हिम्मत नहीं है. क्या अन्य धर्मों में कोई समस्या नहीं है? क्या अन्य धर्मों में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाता है? क्या आप इस पर बोलने की हिम्मत करेंगे, क्या आपमें ये साहस है?"
बीजेपी लगातार कर रही प्रदर्शन
बता दें कि इस मामले में विवाद बढ़ने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. बीजेपी ने मंत्री शेखर बाबू के इस्तीफे की मांग करते हुए एचआर और सीई ऑफिस को भी घेरने की कोशिश की थी. मंत्री शेखर बाबू ने पहले कहा था कि द्रमुक सनातन धर्म के अंदर कुछ अवधारणाओं का विरोध करता है लेकिन हिंदुओं का पूरे दिल से स्वागत करता है और उनके प्रति कोई शत्रुता नहीं रखता है.
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