क्या महाविकास अघाड़ी को झटका देकर भतीजे के साथ आएंगे शरद पवार, जानें क्यों लग रहे कयास
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार की दिल्ली मुलाकात के बाद हलचल तेज हो गई है जिससे चाचा-भतीजे की फिर से साझेदारी की अटकलें लगने लगी हैं.
Sharad Pawar and Ajit Pawar Reunite: शरद पवार के जन्मदिन पर भतीजे अजित पवार की दिल्ली यात्रा संसद में हलचल के बाद महाराष्ट्र की सियासत में एक नई चर्चा शुरू हो गई है. शरद पवार के जन्मदिन पर उनके भतीजे और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार का दिल्ली में शरद पवार के आवास पर पहुंचना चर्चा का विषय बन गया है. इस मुलाकात ने कई सवालों को जन्म दिया है जिसमें सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि क्या यह मुलाकात भविष्य की सियासी रणनीति का हिस्सा है?
इस मुलाकात के बाद से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. क्या यह संकेत है कि चाचा और भतीजा एक बार फिर से एक साथ आ सकते हैं? क्या एनसीपी में दो गुटों के बीच चल रहे मतभेदों को सुलझाने का ये प्रयास है? महाराष्ट्र में बीजेपी की हालिया जीत के बाद शरद पवार की पार्टी में उथल-पुथल मच गई है और यही कारण है कि इस मुलाकात को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
एनसीपी शरद गुट में सियासी सरगर्मी
एनसीपी शरद गुट के भीतर महाराष्ट्र चुनावों के नतीजों के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया है. कभी 40 से ज्यादा विधायकों वाली पार्टी अब सिर्फ 10 सीटों पर सिमट गई है जो पार्टी का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन माना जा रहा है. सूत्रों के अनुसार शरद पवार के सभी सांसदों की हाल ही में दिल्ली में एक बैठक हुई जिसमें यह सुझाव दिया गया कि पार्टी को बीजेपी के साथ जुड़कर नई राह अपनानी चाहिए.
उद्धव गुट और प्रफुल्ल पटेल के बीच आरोप-प्रत्यारोप
महाराष्ट्र में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद उद्धव ठाकरे के गुट ने सीधे तौर पर प्रफुल्ल पटेल पर आरोप लगाए कि वह एनसीपी के टूटने के लिए जिम्मेदार हैं. हालांकि पटेल ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि ये सारी बातें बेबुनियाद हैं और उन्होंने शरद पवार की तारीफ भी की. पार्टी के भीतर इस समय दो गुट बन गए हैं एक गुट बीजेपी के साथ गठबंधन की ओर झुका हुआ है जबकि दूसरा गुट अजित पवार के साथ सत्ता में शामिल होने की बात कर रहा है.
शरद पवार की BJP नेताओं से मुलाकात की अटकलें
इन सब अटकलों के बीच खबरें आई कि शरद पवार ने बीजेपी के एक सीनियर नेता से मुलाकात की है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी. शिंदे गुट के नेता भी कह रहे हैं कि भविष्य में उनके साथ आने की संभावना हो सकती है. इस समय शरद पवार के गुट के पास 8 लोकसभा और 2 राज्यसभा सांसद हैं.
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