कोलकाताः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता शत्रुघ्न सिन्हा कोलकाता में आयोजित ममता बनर्जी की रैली में शामिल होंगे. सिन्हा ने अपनी पार्टी में उचित 'सम्मान' नहीं मिलने का शिकवा करते हुए कहा कि वो तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी की कोलकाता में शनिवार को होने वाली रैली में हिस्सा लेंगे. ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हाल के वक्त में वह इस पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवारों में एक हैं.
ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने को लेकर एक सवाल के जवाब में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ''प्रधानमंत्री कौन होगा इसका चुनाव जनता करेगी या लोकसभा के सांसद मिलकर तय करेंगे. लेकिन इस पद के लिए ममता बनर्जी सबसे उपयुक्त उम्मीदवारों में एक हैं.''
अभिनेता से नेता बने सिन्हा केंद्र की बीजेपी सरकार के कई निर्णयों को लेकर उसका विरोध करते रहे हैं जिसमें नोटबंदी भी शामिल है. सरकार के सभी निर्णय को वह 'वन मैन शो' बताते हैं और नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिए आए दिन सरकार पर हमलावर रहते हैं.
रैली में भाग लेने को लेकर शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया, ''राष्ट्र मंच की तरफ से मैं कार्यक्रम में हिस्सा लूंगा.'' उन्होंने रैली में शामिल होने को सही ठहराते हुए कहा, ''बीजेपी के कुछ नेता भी आरएसएस के कार्यक्रम में शिरकत करते हैं.'' उन्होंने कहा, ''अभी तक पार्टी के प्रति मेरी वफादारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है. मैं बीजेपी में तब शामिल हुआ जब यह दो सांसदों की पार्टी थी और मैंने हमेशा इसे मजबूत करने के लिए काम किया है.'' सिन्हा ममता की रैली में 'स्टार स्पीकर' रहेंगे.
सिन्हा ने गुरुवार को कहा था कि वह 'राष्ट्र मंच' के प्रतिनिधि के तौर पर रैली में हिस्सा लेंगे. इस राजनीतिक समूह की शुरुआत बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने की थी जिसका समर्थन शत्रुघ्न सिन्हा भी करते हैं. शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं.
ममता की इस रैली में एक दर्जन से ज्यादा विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं. इस रैली को विपक्षी महागठबंधन के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर पेश किया जा रहा है. हालांकि, इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बीएसपी सुप्रीमो मायावती शामिल नहीं होंगे, लेकिन इन पार्टियों के नेता मौजूद रहेंगे.
ममता बनर्जी की रैली में लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एच डी देवेगौड़ा, बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला और एआईयूडीएफ अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल शामिल हो सकते हैं.
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