मुंबई: महाराष्ट्र में आगामी सभी चुनाव साथ लड़ने को लेकर भले ही शिवसेना और बीजेपी के बीच सहमति बन गई हो लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर तनातनी अब भी जारी है. शिवसेना नेता ने कहा है कि अगर बीजेपी को गठबंधन की शर्त नहीं पसंद है तो वह गठबंधन तोड़ ले.


रामदास कदम ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच ढाई-ढाई साल सीएम पद रखने की शर्तों पर सहमति बनी थी. इसके बावजूद बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का ये बयान देना अनुचित है कि विधानसभा चुनाव में अधिक सीटें हासिल करने वाली पार्टी मुख्यमंत्री पद पर फैसला करेगी. अगर बीजेपी वादे को पूरा नहीं करना चाहती है तो वह चुनाव पूर्व गठबंधन को तुरंत तोड़ने के लिए स्वतंत्र है.''


दरअसल, बीजेपी के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि (इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने के बाद) जिस सहयोगी दल को अधिक सीट आएंगी, उसे मुख्यमंत्री पद हासिल होगा.


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शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार की रात पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने आवास पर कहा था कि उन्होंने इस फॉर्मूले को खारिज कर दिया है कि जो पार्टी विधानसभा चुनावों में अधिक सीट जीतेगी उसे मुख्यमंत्री का पद हासिल होगा.


ठाकरे ने कहा, ‘‘पिछले 25 वर्षों में दोनों दलों (शिवसेना और बीजेपी) ने इस फॉर्मूले को आजमाया. मैंने इसे खारिज कर दिया है. मैंने मांग की है कि दोनों दल सभी पदों को समान रूप से बांटें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी इस पर सहमत हो गई है इसलिए मैंने गठबंधन करने का निर्णय किया है.’’