Lok Sabha Election 2019: 17वीं लोकसभा चुनने के लिए छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान हो रहा है. चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एसोसियशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने इस चरण के उम्मीदवारों के हलफनामों के आधार पर उनके आपराधिक रिकॉर्ड का ब्यौरा दिया है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस चरण में 967 में से 189 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. हालांकि इस चरण में कुल 979 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन 13 उम्मीदवारों के हलफनामों का जिक्र एडीआर की रिपोर्ट में नहीं है.


एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस चरण में 146 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. अपराधियों टिकट देने के मामले में सत्ताधारी बीजेपी सबसे आगे है. बीजेपी के 54 में से 26 उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं. इतना ही नहीं बीजेपी के 18 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.



कांग्रेस वैसे तो इस चरण में बीएसपी से कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है, पर अपराधियों को टिकट देने के मामले में वह दूसरे नंबर पर है. कांग्रेस के 46 में से 20 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और उसके 12 उम्मीदवार गंभीर आपराधिक छवि के हैं. बीएसपी के 49 में से 19 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.


शिवसेना के 16 में से 5 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. आमआदमी पार्ची के तीन और तृणमूल कांग्रेस के चार उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं. इनेलो के 3, सीपीआई के 3 और सीपीएम के 4 उम्मीदवार आपराधिक रिकॉर्ड वाले हैं. आपराधिक छवि वाले 102 निर्दलीय उम्मीदवार भी इस चरण में किस्मत आजमा रहे हैं.


छठा चरण: बीजेपी ने 46, तो कांग्रेस ने 37 करोड़पति उम्मीदवारों को दिया टिकट