नई दिल्ली: चुनावी घमासान के बीच विपक्ष ने मोदी सररकार को घेरने के लिए आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हल्ला बोल किया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तो नहीं आ पाए लेकिन सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. सोनिया गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देशभक्ति की नयी परिभाषा गढ़ी जा रही है, जाति-धर्म के आधार पर लोगों को बांटा जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार असहमति का सम्मान करने को बिल्कुल राजी नहीं है.


सोनिया गांधी ने कहा, ''आज हमें देशभक्ति की नई परिभाषा सिखाई जा रही है. विविधिता को अस्वीकार करने वालों को देशभक्त बताया जा रहा है. जाति धर्म और विचारधारा के आधार पर अपने ही नागरिकों से भेदभाव को उचित ठहराया जा रहा है. हमसे उम्मीद की जा रही है कि खानपान, पहनावे, भाषा और अभिव्यक्ति की आजादी के मामले में कुछ लोगों की मनमानी हम बर्दाश्त करें. वर्तमान सरकार असहमति का सम्मान करने को बिल्कुल राजी नहीं है. जब अपनी आस्थाओं पर टिके रहने की वजह से लोगों पर हमले होते हैं तो सरकार क्या करती है, सरकार अपना मुंह फेर लेती है.''


सोनिया गांधी ने कहा, ''देश की आत्मा को सुनियोजित साजिश के तहत कुचला जा रहा है जो हम सभी के लिए चिंता का विषय है हम सबके मन में भारत की एक जैसी सोच है, हमारे आपके बीच एक खास रिश्ता है. सरकार के शब्दों और कर्मों में फर्क बिल्कुल नहीं होना चाहिए. हमने पहले भी ये करके दिखाया है और आगे भी ये करके दिखायेंगे. पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने कहा था ‘‘भविष्य का निर्माण करते हुए सुविधा या आराम के लिये कोई जगह नहीं होती है.''


तालकटोरा स्टेडियम में हुए इस कार्यक्रम में कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, डीएमके, आरजेडी, टीडीपी, एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आप, जेडीएस, टीएमसी, योगेंद्र यादव की स्वराज इंडिया और सीपीआईएल मे हिस्सा लिया. प्रमुख वक्ताओं में सियासी जगत से कांग्रेस से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, सीपीएम से सीताराम येचुरी, सीपीआई से डी राजा, आरजेडी से मनोज झा, डीएमके से टीकेएस इलंगोवन, योगेंद्र यादव शामिल रहे.