Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार को नामांकन करने पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के उम्मीदवार अरविंद राजभर और उनके पिता ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के साथ अभद्रता की गई. बीजेपी समर्थकों के साथ उनके नोकझोंक भी हुई. इस घटना के बाद ओपी राजभर ने बीजेपी और योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


ओपी राजभर ने कहा, ‘मैं कल नामांकन के लिए गया था. वहां योगी जी के गुंडे पहुंच गए. हमारी हत्या कराने के लिए बीजेपी और योगी जी ने गुंडे भेजे थे. क्योंकि योगी को तकलीफ है हमने उनकी गड़बड़ियों का खुलासा किया.’


वहीं वाराणसी के शिवपुर से पार्टी प्रत्याशी अरविंद राजभर के नामांकन के दौरान हुई अभद्रता के लिए चुनाव आयोग (Election Commission) से शिकायत की है. उन्होंने वाराणसी (Varansi) के डीएम और पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग की है. साथ ही निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव के लिए उचित सुरक्षा की मांग की है.


ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने क्या आरोप लगाए?


चुनाव आयोग की लिखे पत्र में राजभर ने आरोप लगाया है कि वो और उनके वकील नामांकन के लिए शिवपुर के रिटर्निंग अफसर के कार्यालय में जा रहे थे. इस दौरान कार्यालय के पास पहले से ही सैकड़ों लोग पुलिस की मौजूदगी में जमा थे. उनका आरोप है कि वहां मौजूद लोग उन्हें देखते ही भद्दी-भद्दी टिप्पणी करने लगे और नारेबाजी करने लगे. पार्टी का कहना है कि प्रत्याशी ने शांतिपूर्वक अपना नामांकन दाखिल किया. इस घटना की जानकारी शिवपुर के रिटर्निंग ऑफिसर को भी दी गई, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई कर पाने में असमर्थता जताई.


ओमप्रकाश राजभर ने एक बयान में कहा कि बीजेपी सरकार उनके गठबंधन से हताश और परेशान होकर इस तरह का कार्य कर रही है. उन्होंने दावा किया कि 300 यूनिट मुफ्त बिजली के उनके वादे को लेकर जनता उत्साहित है और बीजेपी सरकार से परेशान हो चुके किसान भी उनके साथ हैं. नामांकन स्थल पर प्रत्याशियों को सुरक्षा देना चुनाव आयोग का काम है.


जिला मुख्यालय पर सोमवार को कांग्रेस के अजय राय ने पिंडरा, अरविंद राजभर ने शिवपुर, बीजेपी के अनिल राजभर ने शिवपुर, बीजेपी के अवधेश सिंह ने पिंडरा, सपा के किशन दीक्षित ने दक्षिणी विधानसभा सीट से नामांकन किया.


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