हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: सोमवार यानी 21 अक्टूबर को हरियाणा की सभी 90 सीटों पर मतदान होना है. एनडीए की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल हरियाणा विधानसभा चुनाव इंडियन नेशनल लोकदल के साथ मिलकर लड़ रही है. कुछ विवादों के चलते हरियाणा में अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन नहीं हो पाया. हालांकि, अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने साफ कर दिया है कि पंजाब में बीजेपी के साथ उनका गठबंधन बना रहेगा. हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ पंजाब की चार सीटों पर उपचुनाव भी हो रहा है.


चुनाव प्रचार खत्म होते ही अकाली दल और इनेलो के बीच सतलुज-यमुना लिंक नहर पर मतभेद देखने को मिल रहे हैं. सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि पंजाब के पास हरियाणा के साथ शेयर करने के लिए एक बूंद पानी भी नहीं है. इससे पहले इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा था कि अकाली दल इस मुद्दे पर कोर्ट के फैसले के साथ सहमत होगा.


SYL पर ही टूटा था गठबंधन


अग्रेंजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ''मुझे नहीं मालूम कि अभय चौटाला ने क्या बयान दिया है. मैं अभय चौटाला के बयान के पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन एसवाईएल के मुद्दे पर हमारा स्टैंड साफ है. पंजाब के पास हरियाणा को देने के लिए एक बूंद पानी भी नहीं है. हम किसी के साथ पानी को नहीं बांट सकते हैं.''


बता दें कि इनेलो और अकाली दल के बीच 2016 में एसवाईएल के मुद्दे पर ही गठबंधन टूट गया था. हरियाणा में भी अकाली दल की कोशिश बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की थी, पर एकलौते विधायक बलकौर सिंह के बीजेपी में शामिल होने की वजह से दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन नहीं हो पाया. हरियाणा में इनेलो 80 और अकाली दल 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. हरियाणा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.