केसीआर का असली नाम 'खाओ कमीशन राव' है, ये बच्चा बच्चा जानता है-राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में केसीआर ने कई मौकों पर मोदी सरकार का समर्थन किया है और उन्होंने "दबाव में आकर" नोटबंदी और जीएसटी की तारीफ भी की थी.
गदवाल: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के बीच एक "समझौता" हुआ है. जिससे सुनिश्चित हो सके कि केंद्रीय एवं राज्य स्तर पर बीजेपी और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का शासन जारी रहे. उन्होंने यहां एक चुनावी रैली में कहा, "टीआरएस का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने रहें, बीजेपी देश पर राज करती रहे और केसीआर तेलंगाना में शासन करते रहें."
राहुल ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में केसीआर ने कई मौकों पर मोदी सरकार का समर्थन किया है और उन्होंने "दबाव में आकर" नोटबंदी और जीएसटी की तारीफ भी की थी. गौरतलब है कि टीआरएस ने राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए के उम्मीदवारों का समर्थन किया था. राहुल ने कहा, "आप याद रखें कि टीआरएस और नरेंद्र मोदी के बीच साझेदारी है और दोनों मिलकर काम कर रहे हैं."
सिंधिया की बीजेपी को नसीहत, कहा- हमसे सीखें मंदिर निर्माण, हमने देशभर में 60 मंदिर बनवाए हैं
राहुल ने कहा, "हम तेलंगाना में टीआरएस और (2019 के लोकसभा चुनाव में) दिल्ली में मोदी की बीजेपी की हार सुनिश्चित करेंगे." उन्होंने आरोप लगाया कि अपने दोस्तों और परिजन को फायदा पहुंचाने के लिए केसीआर ने 10,000 करोड़ रुपए की पालामुरू-रंगा रेड्डी लिफ्ट सिंचाई परियोजना में फेरबदल कर इसे 60,000 करोड़ रुपए की परियोजना बना दिया. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोगों को पानी नहीं मिल रहा.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "उनके (राव के) ठेकेदार दोस्तों और परिजन की जेब में हजारों करोड़ रुपए गए. केसीआर पिछले पांच साल में एक-एक कर हर परियोजना को फिर से डिजाइन कराते रहे हैं. बच्चा-बच्चा उनका नया नाम जानता है. उनका नाम 'खाओ कमीशन राव' है."
शाह का राहुल पर तंज, कहा- उनके पास न नेता न नीति, कांग्रेस बताये अपने सेनापति का नाम
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पांच साल पहले जब तेलंगाना राज्य का गठन हुआ था तो लोगों का नए तेलंगाना का सपना था और 'नीलू' (पानी), निधुलु (धनराशि) और नियमकालु (नियुक्तियां) के बेहतर भविष्य और 'बंगारू तेलंगाना' (सुनहरा तेलंगाना) बनने की उम्मीद थी, लेकिन केसीआर के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में सिर्फ एक परिवार का राज है.
राहुल ने कहा कि टीआरएस सरकार के शासनकाल में 'सुनहरे तेलंगाना' का सपना 'सुनहरे परिवार' में तब्दील हो गया है. तेलंगाना में सात दिसंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस की अगुवाई में चार पार्टियों का 'जन गठबंधन', टीआरएस और बीजेपी इस चुनावी मुकाबले में जोर आजमाइश कर रहे हैं.
हैदराबाद: अकबरुद्दीन की बदजुबानी, पीएम के लिए कहा- इतनी बार चायवाला बोलूंगा कि कान से पीप बहने लगेगा
यह भी देखें: