Telangana Election 2023 News: असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम (AIMIM) तेलंगाना के हैदराबाद इलाके तक ही सीमित है, लेकिन इस बार तेलंगाना विधानसभा चुनाव में ओवैसी अपनी पार्टी का विस्तार करते हुए राज्य में हैदराबाद से बाहर दूसरी सीटों पर भी जीत दर्ज करने के लिए पूरी ताकत से लगे हुए हैं. वह केसीआर की पार्टी बीआरएस के साथ सीधे मुकाबला कर रहे हैं. हालांकि ओवैसी के लिए हैदराबाद से बाहर का मैदान जीतना इतना भी आसान नहीं है. इस बार बीआरएस और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है. ऐसे में इन दोनों की टक्कर के बीच में जगह बनाना एआईएमआईएम के लिए इतना आसान नहीं होगा.


पर असदुद्दीन ओवैसी मैदान छोड़ने को तैयार नहीं हैं. वह छोटे भाई संग मिलकर कांग्रेस और बीआरएस को खूब ललकार रहे हैं. लिहाजा बड़े ओवैसी जमीन पर मोर्चा संभाल रहे हैं तो छोटे ओवैसी मंच से कांग्रेस के खिलाफ आग उगल रहे हैं. हैदराबाद के सियासी किले को बचाने के लिए असदुद्दीन ओवैसी गली-गली घूम रहे हैं, हर दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं और माइक संभाल कर AIMIM की पंतग को सत्ता की दहलीज तक पहुंचाने की अपील कर रहे हैं.


BRS और कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है AIMIM


दरअसल, तेलंगाना में बीआरएस के रेस में बने रहने के पीछे की वजह यहां का मुस्लिम वोट है. तेलंगाना में 'M' फैक्टर काम करता है. एम का मतलब मुस्लिम वोटर है. राज्य में 13 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं. तेलंगाना में 45 सीटों पर मुस्लिम निर्णायक भूमिका निभाते हैं. वहीं, हैदराबाद को AIMIM का गढ़ कहा जाता है.


मुस्लिम वोट पर कांग्रेस की भी है नजर


ओवैसी जहां मुस्लिम वोट के भरोसे जीत का दावा कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस भी मुस्लिम वोट में सेंधमारी की फिराक में है. यही वजह है कि ओवैसी लगातार कांग्रेस के टारगेट पर हैं. राहुल गांधी ओवैसी और बीजेपी के बीच सांठगांठ का आरोप लगा चुके है.


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