Telangana Assembly Election 2023: तेलंगाना के हैदराबाद में कांग्रेस की नवगठित कार्य समिति की पहली बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें आगामी विधानसभाओं से लेकर लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीतियों पर चर्चा की गई. इससे इतर कांग्रेस के तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने बीजेपी और राज्य की सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है. रेड्डी का कहना है कि बीआरएस पार्टी भ्रष्टाचार को जारी रखने के लिए बीजेपी को प्रोटेक्शन मनी देती है.
दरअसल, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार ( 17 सितंबर) को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करने के दौरान कहा कि बीजेपी और बीआरएस एक गठबंधन के तहत चुनाव से कुछ महीने पहले के कविता को गिरफ्तार करने की एक सोची समझी चाल है. उन्होंने कहा कि उन्हें पता चल गया हैं कि कांग्रेस तेलंगाना में चुनाव जीतने जा रही हैं इसलिए वो इस गिरफ्तारी को आधार बनाकर चुनावी सहानुभूति पाने की कोशिश में हैं.
केसीआर के खिलाफ एक भी केस दर्ज क्यों नहीं
रेड्डी ने कहा कि हाल में दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने के कविता को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. ये बीजेपी और बीआरएस की बनाई गई योजना का हिस्सा था जिससे की कांग्रेस की बढ़ती धाक को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि जब शराब नीति मामले में सभी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है तो कविता ही क्यों इतने दिनों तक बची हुई है. कांग्रेस नेता का कहना है कि बीजेपी कविता की गिरफ्तारी के माध्यम से बीआरएस को सहानुभूति हासिल करने में मदद करना चाहती है.
उन्होंने भविष्यवाणी की कि कविता को चुनाव से पहले गिरफ्तार कर लिया जाएगा जिससे की मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को जनता के बीच महिला कार्ड खेलने में आसानी होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस कालेश्वरम परियोजना और अवैध तरीके से पैसे कमाने के भ्रष्टाचार में लिप्त है, इसलिए वो बीजेपी को प्रोटेक्शन मनी देती है. उनका कहना है कि पीएम मोदी, अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष के तरफ से बार-बार करप्ट कहने के वाबजुद केसीआर के खिलाफ एक भी केस दर्ज नहीं है.
राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला के आसार
बता दे कि तेलंगाना में इस साल के आखिरी में विधानसभा का चुनाव होना है. इस राज्य में कांग्रेस, बीजेपी और सत्तारूढ़ बीआरएस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार है. हालांकि, चुनाव आयोग की से अभी तक चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया गया. 2018 के चुनाव में टीआरएस (अब इसका बीआरएस है) को 88 सीटें, कांग्रेस को 19 सीटें और एआईएमआईएम को सात और बीजेपी को एक सीट मिली थी. तेलंगाना विधानसभा में कुल 119 सीटें है.