Telangana Assembly Election 2023: तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 30 नवंबर को मतदान है. इस बार तेलंगाना में सत्ता विरोधी लहर की वजह से कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. कांग्रेस ने भी इसे देखते हुए अफनी पूरी ताकत यहां लगा दी है.


इस माहौल के बीच बीजेपी ने भी यहां को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है. पार्टी अभी यहां खुद को स्थापित कर रही है और उसके पास सिर्फ एक सीट है. इसे देखते हुए बीजेपी अब यहां पूरी तरह से जीत की जगह किंग मेकर बनने वाली भूमिका के आधार पर चुनाव प्रचार की योजना बना रही है.


बैठक में भी हुई है इस पर चर्चा!


द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं ने बताया है कि पार्टी 30 नवंबर को होने वाले चुनाव में कम से कम 25 सीटें जीतने की कोशिश कर रही है ताकि राज्य में सरकार कौन बनाएगा इसका फैसला उसकी सीटों से हो सके. इसी वजह से बीजेपी पहला फोकस उन सीटों पर कर रही है, जहां पार्टी का वोट बैंक अच्छा है. वहां केंद्रीय मंत्रियों व वरिष्ठ नेताओं को केंद्र सरकार के कामों को गिनाने को कहा जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार (19 अक्टूबर) को भाजपा की चुनाव समिति की बैठक में इस योजना को अंतिम रूप दिया गया. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, राज्य प्रभारी तरुण चुघ और तीन राज्य नेता - जी किशन रेड्डी, बंदी संजय कुमार और राज्यसभा सांसद के लक्ष्मण शामिल हुए.


दशहरे से पहले आएगी पहली लिस्ट


बैठक में तेलंगाना में बीजेपी उम्मीदवारों की पहली सूची पर भी चर्चा हुई. पार्टी अपनी पहली लिस्ट दशहरा से पहले जारी कर सकती है. पहली लिस्ट में 20-25 नाम उम्मीदवारों के नाम हो सकते हैं. इसके बाद बाकी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा अक्टूबर लास्ट में की जाएगी.


इस वजह से बीजेपी ने बदला अपना प्लान


1. कांग्रेस की बढ़ती ताकत


तेलंगाना में कांग्रेस पिछले एक साल में बहुत मजबूत हुई है. बीआरएस के कई नेता लगातार कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस सत्ता में आ सकती है या फिर कुर्सी के बहुत करीब जा सकती है. यही वजह है कि बीजेपी अब खुद को तीसरे नंबर पर लाना चाहती है ताकि अगर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रहे तो वह उसकी सरकार न बनने दे.


2. तीस सीटों पर बहुदलीय लड़ाई


इसके अलावा पार्टी ने एक सर्वे में पाया कि प्रदेश की तीस विधानसभा सीटों पर बहुदलीय लड़ाई की स्थिति है. इन सीटों पर तेलंगाना टीडीपी, वाईएसआर तेलंगाना पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के उम्मीदवार भी अपनी ताल ठोकेंगे. इससे यहां करीबी मामला रहने की उम्मीद है. बीजेपी इसी का फायदा उठाते हुए खुद को यहां स्थापित करना चाहती है.


3. पार्टी की अंदरूनी कलह भी वजह


तेलंगाना बीजेपी में भी स्थिति अच्छी नहीं है. यहां भी अंदरुनी कलह की वजह से पार्टी बड़े दायरे की जगह छोटे स्तर पर ही चुनाव जीतने की कोशिश में है. दरअसल, विभिन्न दलों से भाजपा में शामिल होने वाले लगभग 10 वरिष्ठ राजनेताओं ने चुनाव के लिए पार्टी की तैयारी के बारे में अपनी नाराजगी व्यक्त की है,  कुछ ने तो भाजपा छोड़ने की धमकी भी दी है. इस वजह से भी पार्टी 25-30 सीटों पर ही फोकस कर रही है.


ये भी पढ़ें


MP Election 2023: 'BJP विधानसभा चुनाव की लड़ाई में नहीं' बीजेपी पर कमलनाथ का बड़ा बयान