Telangana Election 2023 News: तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी बढ़ती जा रही है. इस बार यहां भारत राष्ट्र समिति (BRS) और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने बड़े उलटफेर की आस में मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (KCR) के खिलाफ ए. रेवंत रेड्डी को मैदान में उतारा है. कांग्रेस को उम्मीद है कि रेड्डी इस सीट पर वही चमत्कार करेंगे जो दिल्ली में 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने किया था. केजरीवाल ने तब नई दिल्ली सीट पर दिग्गज कांग्रेसी नेता और तब की सीएम शीला दीक्षित को मात दी थी.
डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के एक वरिष्ठ रणनीतिकार कहते हैं कि केसीआर की स्थिति इस बार ठीक नहीं है. यही वजह है कि वह इस विधानसभा चुनाव में दो सीटों से मैदान में हैं, लेकिन उन्हें दोनों सीटों पर हार मिल सकती है.
रेड्डी के लिए वोट मांगने आज आएंगे सिद्धारमैया
केसीआर की एक सीट गजवेल है, जहां कांग्रेस के अलावा उन्हें अपने ही शिष्य एटला राजेंदर से मुकाबला करना है जो भाजपा के टिकट पर खड़े हैं. वहीं, केसीआर की दूसरी सीट कामारेड्डी है, जहां उन्हें तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंती रेड्डी से चुनौती मिल रही है. कांग्रेस आलाकमान ने भी इस मुकाबले को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. आज (10 नवंबर) रेड्डी के लिए वोट मांगने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आएंगे.
2018 में कांग्रेस को मिली थीं 19 सीटें
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 28.43 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 19 सीटें जीती थीं. इस बार कांग्रेस चुनाव प्रबंधकों को पहले से बेहतर प्रदर्शन और बीआरएस से भी आगे निकलने का भरोसा है.
इसलिए भी कांग्रेस का पक्ष मजबूत
अचानक तेलंगाना में कांग्रेस को जीत का दावेदार एक और वजह से भी माना जा रहा है. कांग्रेस की पॉपुलैरिटी पिछले 1 साल में तेलंगाना में काफी बढ़ी है. कांग्रेस के एक नेता का कहना है कि पिछले 1 साल में 2 पूर्व सांसद, 22 पूर्व विधायक, 8 पूर्व एमएलसी, 9 पूर्व बीआरएस विधायक उम्मीदवार, 58 नगरसेवक, 82 जिला पंचायत सदस्य- चुनाव नजदीक आते ही तेलंगाना कांग्रेस में शामिल हुए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि हवा कांग्रेस के पक्ष में बह रही है.
ये भी पढ़ें