Telangana Election 2023 News: तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान ने तीन दिन पहले भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने रायथु बंधु योजना के तहत राज्य सरकार को 28 नवंबर से पहले किसानों को राशि बांटने के लिए दी गई अनुमति वापस ले ली है. चुनाव आयोग ने यह कदम बीआरएस नेता की ओर से नियमों का उल्लंघन करने पर उठाया है.
बता दें कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही चाहते थे कि आयोग इस अनुमति को वापस ले. ऐसे में दोनों के लिए यह अच्छी खबर है. इस मामले में कांग्रेस ने शनिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को ‘रायथु बंधु’ के तहत वितरित की जा रही राशि का उल्लेख चुनावी रैलियों में करने से रोका जाए.
आयोग ने इस वजह से उठाया ये कदम
दरअसल, निर्वाचन आयोग ने बीआरएस की मांग पर ध्यान देते हुए 24 नवंबर को राज्य सरकार को अनुमति दी थी कि वह 28 नवंबर से पहले किसानों को ‘रायथु बंधु’ योजना के तहत राशि वितरित कर सकती है. बीआरएस ने इस पर काम भी शुरू कर दिया. इस बीच बीआरएस के स्टार प्रचारक हरीश राव ने एक जनसभा में रायथु बंधु योजना को लेकर अनुमति देने की शर्तों का उल्लंघन कर दिया. उन्होंने एक जनसभा में कहा कि रायथु बंधु का भुगतान 28-11-2023 से किया जाएगा.
क्या है सायथु बंधु योजना
तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने वर्ष 2018-19 में किसानों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए ‘रायथु बंधु’ योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत राज्य सरकार किसानों के बैंक अकाउंट में सीधे रुपये ट्रांसफर करती है. इस योजना के तहत तेलंगाना राज्य के किसानों को पहले हर साल 8 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलती थी. इसे बाद में बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया गया. यह राशि सरकार किसानों को बीज, उर्वरक, कीटनाशक, श्रम और अन्य चीजों को खरीदने के लिए देती है.
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