Siddaramaiah and KT Rama Rao Fight: बेशक तेलंगाना विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हों, नई सरकार का गठन भी हो गया हो, लेकिन कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. इसी कड़ी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव के बीच तीखी जुबानी जंग चल रही है. सिद्धारमैया ने बीआरएस की हार पर कटाक्ष किया, तो केटीआर ने उन्हें तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर फर्जी वादों के साथ लोगों को बेशर्मी से गुमराह करने का आरोप लगाया.
मंगलवार को केटीआर ने कांग्रेस की ओर से की गई अधूरी गारंटी पर सवाल किया, "क्या ये वादे फर्जी हैं, या क्या आपकी पार्टी के नेता जिन्होंने इन योजनाओं का वादा किया था वे फर्जी हैं?" एक्स (पहले ट्विटर) पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया को जवाब देते हुए केटीआर ने पोस्ट में लिखा, "प्रिय सिद्धारमैया, हम चुनाव हार गए हैं क्योंकि आपकी पार्टी ने फर्जी वादों के साथ तेलंगाना के लोगों को बेशर्मी से गुमराह किया."
'6 गारंटियों को लागू करने में क्यों हो रही देरी'
इसके बाद केटीआर ने अधूरे आश्वासनों को दिखाया. इनमें किसानों, किरायेदार किसानों और खेत मजदूरों के लिए रायथु भरोसा, 500 रुपये का गैस सिलेंडर और प्रत्येक महिला को 2500 रुपये का वादा किया गया था, जो चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी की गारंटी में से थे. इसके अलावा केटीआर ने मेगा डीएससी घोषणा में देरी और छह गारंटियों को लागू करने को लेकर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इन दोनों को पहली कैबिनेट बैठक के बाद ही लागू करने का वादा किया था.
तीन राज्यों में कांग्रेस की हार पर भी पूछा सवाल
केटीआर ने लिखा, "9 दिसंबर, 2023 बीत चुका है, लेकिन कहां है रायथु भरोसा, 2 लाख रुपये तक कृषि ऋण माफी, 4000 रुपये कल्याण पेंशन, 500 रुपये गैस सिलेंडर व महिलाओं को 2500 रुपये. आपकी पार्टी ने हर किसी से वादा किया था कि पहली कैबिनेट बैठक में ये सब वादे पूरे हो जाएंगे. क्या ये वादे झूठे हैं या आपकी पार्टी के नेता जिन्होंने इन योजनाओं का वादा किया था वे फर्जी हैं?" केटीआर ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में हिंदी पट्टी में कांग्रेस को मिली हार के लिए सीएम सिद्धारमैया पर भी पलटवार किया और पूछा, "यह भी बताने का कष्ट करें कि आप तीन अन्य राज्यों में चुनाव क्यों हारे?"
यहां से हुई थी बहस की शुरुआत
बता दें कि दोनों ही नेताओं के बीच में बहस चुनाव के समय से ही चल रही है. कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने तेलंगाना में जमकर चुनाव प्रचार किया था. इस दौरान उन्होंने बीआरएस सरकार पर हमला बोला था, तो वहीं केटीआर ने सिद्धरमैया पर. इस बीच सिद्धारमैया ने क पोस्ट में बीआरएस को बीजेपी की बी टीम करार दिया, जिसके बाद बहस बढ़ती गई.
ये भी पढ़ें