नई दिल्ली: साल 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों में शिवसेना को महाराष्ट्र में सबसे बड़ा झटका औरंगाबाद लोकसभा सीट पर लगा था. शिवसेना के गठन से ही ये सीट पार्टी के क़ब्ज़े में थी. 1991 से शिवसेना लगातार यहां सात बार जीती और 26 सालों तक अपराजेय रही. अब इसे लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. ठाकरे ने कहा है कि अब इस गलती को सुधारने का समय आ गया है.
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद सीट पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के इम्तियाज़ जलील ने शिवसेना उम्मीदवार को हरा दिया था. इसे लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा, ''जब भगवा गठबंधन ने देशभर में लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल किया था, तब औरंगाबाद से वह हार गया था. यहां लोग नाराज थे और इसलिए उन्होंने शिवसेना उम्मीदवार के लिए मतदान नहीं किया. हमने एक चुनाव हारा, लेकिन यहीं सब समाप्त नहीं जो जाता. अब इस गलती को सुधारने का समय आ गया है. हमें भरोसा है कि इस बार यहां (विधानसभा चुनावों में) एआईएमआईएम के उम्मीदवार की जमानत जब्त हो जाएगी.''
बता दें कि 2014 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को दो सीटें मिली थी. ये सीटें मुंबई की बायकुला और औरंगाबाद सेंट्रल थी. तेलंगाना से बाहर एआईएमआईएम खाता खोलने में कामयाब रही ये पार्टी के लिए बहुत बड़ी बात थी. सोने पर सुहागा तो इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में हुआ जब औरंगाबाद सीट पर सबसे बड़ा उलट फेर हो गया. 2019 में ओवैसी की पार्टी यहां जीतने में कामयाब रही.
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