Tripura Assembly Election 2023: देश के उत्तर पूर्वी राज्य त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए आज दिन गुरुवार (16 फरवरी) को वोटिंग जारी है. त्रिपुरा में बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन, सीपीएम-कांग्रेस गठबंधन और टिपरा मोथा के बीच 60 सीटों के बहुकोणीय मुकाबले का आज फाईनल मैच है. 


राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक इन 60 सीटों पर 259 उम्मीदवार मैदान में हैं, यहां पर सभी पार्टियां अपनी सरकार बनाने का दावा पेश तो कर रही हैं लेकिन असल में इसकी चाभी सिर्फ जनता के हाथ में ही है.


कितने कर्मियों को तैनात किया गया है?
चुनाव प्रक्रिया के सुचारू रूप से संचालन के लिए त्रिपुरा में कुल 31 हजार मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिट्टे किरणकुमार दिनाकरो ने मीडिया को बताया कि 3,337 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी है. 


बीजेपी ने आश्चर्यजनक रुप से 2018 में वामपंथियों के 25 साल के शासन को समाप्त कर दिया था और बिप्लब देब को सीएम बनाकर त्रिपुरा में वोटिंग कराई थी. पार्टी ने पिछले साल मई में देब की जगह माणिक साहा को टिकट दिया था. इसने एक मजबूत अभियान शुरू किया और राज्य में 'डबल-इंजन' सरकार के साथ विकास के अपने तख्ते की सवारी करने की उम्मीद छोड़ दी. 


सीपीएम को कितने वोट मिले थे?
हालांकि वाम दल पिछली बार 60 में से सिर्फ 16 सीटों पर ही जीत हासिल कर सके थे लेकिन वह वोट शेयर में बहुत पीछे भी नहीं थे. अकेले सीपीएम को 42.22 फीसदी वोट मिले, जबकि बीजेपी को 43.59 फीसदी वोट में ही संतोष करना पड़ा था. विधानसभा चुनाव इन दो ब्लॉकों के बीच लड़ाई में आकार ले रहा है, अन्य दल और उसके गठबंधन हाशिए पर चले गए हैं, हालांकि चुनाव से पहले या बाद की समझ एक करीबी खत्म स्थिति में स्थिति में कई गणनाओं को आगे बढ़ा सकती है. 


कितने मतदाता हैं?
अगर हम मतदाताओं पर नजर डालें तो राज्य में कुल 13.53 लाख महिलाओं सहित 28.13 लाख मतदाता, कुल 259 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं. कुल उम्मीदवारों में 20 महिलाएं भी हैं. सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति की बात करें तो उपद्रवियों को राज्य में प्रवेश करने से रोकने के लिए राज्य की अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है. 


कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस-बीजेपी?
त्रिपुरा चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों पर नजर डालें तो बीजेपी, प्रतिद्वंदी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस से अपेक्षाकृत अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी त्रिपुरा में जहां 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो वहीं कांग्रेस ने कुल 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. 


बीजेपी की सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि एक सीट पर दोस्ताना मुकाबला होगा. वाम मोर्चा कुल 47 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. टिपरा मोथा के 42 सीटों पर उम्मीदवार हैं तो वहीं तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि 58 निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए उतरे हैं.