Tripura Assembly Election: पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में विधानसभा चुनाव के चुनावी नतीजे गुरुवार (2 मार्च) को कुछ ही देर में आना शुरू हो जाएंगे. तीनों राज्यों में सरकार बनाने के लिए सियासी दलों को 31 सीटों की दरकार है. एग्जिट पोल के मुताबिक इस बार लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को त्रिपुरा ने झटका दिया है. लेफ्ट गठबंधन के हाथ से सत्ता इस बार और दूर होती दिख रही है. इसके पीछे त्रिपुरा राजघराने के प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका है. बताते चलें कि प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा की पार्टी टिपरा मोथा ने एग्जिट पोल के मुताबिक इस विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है. प्रद्योत माणिक्य का दावा है कि उनकी पार्टी बहुमत के आंकड़े को पार कर जाएगी. 


त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में शाही परिवार से आने वाले प्रद्योत किशोर माणिक्य देब बर्मा की पार्टी टिपरा मोथा ने 42 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था. इस चुनाव में प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा टिपरा मोथा पार्टी के जरिए अलग राज्य का मुद्दा बुलंद किया है. यह वही परिवार है जिसने त्रिपुरा का विलय भारत में करवाया, अब इसी परिवार से आने वाले प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने 'टिपरालैंड' की मांग उठाई है. इनकी पार्टी टिपरा मोथा त्रिपुरा के आदिवासी इलाकों में मजबूत मानी जा रही है. तो इस रिपोर्ट में आपको शाही परिवार के वारिस की कहानी बताते हैं.


शाही परिवार से आने वाले प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा टिपरा मोथा पार्टी के अध्यक्ष हैं. 4 जुलाई 1978 को उनका जन्म त्रिपुरा के शाही परिवार में हुआ था. उनके पिता किरीट बिक्रम किशोर देब बर्मा और उनकी मां बिभू कुमारी देवी है. उनका बचपन दिल्ली में गुजरा, लेकिन अब वो अगरतला में रहते हैं. प्रद्योत माणिक्य ने अपने राजनीतिक करियर का आगाज कांग्रेस के साथ किया. 25 फरवरी 2019 वे त्रिपुरा कांग्रेस का चेयरमैन चुने गए. हालांकि इस पद पर वे बहुत दिनों तक नहीं रह सके. एनआरसी मुद्दे के चलते इस पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कुछ समय के लिए एक्टिव पॉलिटिक्स से ब्रेक ले लिया. 


राजनीति से है पुराना नाता  


बताते चलें कि इस परिवार का राजनीति से पुराना नाता रहा है. इनके पिता किरीट बिक्रम ने लंबे समय तक कांग्रेस की राजनीति की. वे 3 बार सांसद रहे. उनकी पत्नी यानी प्रद्योत माणिक्य की मां बिभू कुमारी देवी दो बार कांग्रेस विधायक और त्रिपुरा सरकार में मंत्री भी रहीं.


TIPRA की शुरुआत  


5 फरवरी 2021 को प्रद्योत माणिक्य के पिता ने TIPRA नामक सामाजिक संगठन को राजनीतिक दल बनाने का एलान किया था. उन्होंने 2021 का TTAADC लड़ने का ऐलान किया. आज ये दल टिपरा या टिपरा मोथा के नाम से भी जाना जाता है. इसका मांग ग्रेटर तिपरालैंड बनाने की है. साल 2021 के TTAADC में शानदार प्रदर्शन किया और 16 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया.


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