नई दिल्ली: चुनाव के बीच थर्ड फ्रंट को लेकर गहमागहमी शुरू हो गई है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के बीच सोमवार को मुलाकात हुई. जिसके एक दिन बाद विजयन ने कहा कि केसी राव ने उन्हें बताया कि दोनों मोर्चों (कांग्रेस और बीजेपी) को बहुमत नहीं मिल सकता है. इसलिए, क्षेत्रीय दल एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे.
विजयन ने कहा, ''केसी राव के साथ कल की बैठक महत्वपूर्ण थी. हमने राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की. केसी राव के अनुसार, दोनों मोर्चों को बहुमत नहीं मिल सकता है. इसलिए, क्षेत्रीय दल एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे. पीएम उम्मीदवार को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई.''
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख चंद्रशेखर राव गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस गठबंधन की संभावना तलाश रहे हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने कल केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से मुलाकात की थी. राव डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन से भी मिलने वाले थे लेकिन स्टालिन ने मुलाकात का समय नहीं दिया है.
इस बीच टीआरएस के एक प्रमुख नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सहायता से क्षेत्रीय दलों की संयुक्त मोर्चा जैसी सरकार की ही ‘‘एकमात्र संभावना’’ है. करीमनगर से मौजूदा सांसद और टीआरएस अध्यक्ष राव (केसीआर) के विश्वासपात्र बी. विनोद कुमार ने दावा किया कि क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी नीत एनडीए या कांग्रेस नीत यूपीए से अधिक सीटें जीतेंगी.
लोकसभा में टीआरएस के सदन के उपनेता कुमार ने कहा, ‘‘संयुक्त मोर्चा प्रयोग था... कांग्रेस बाहर से समर्थन दे रही थी. इस बार भी इस तरह की स्थिति की संभावना है. इसमें कोई संदेह नहीं है.’’
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लोकसभा चुनाव के नतीजों पर अपने आकलन के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस 100 (सीटों) के आंकड़े को पार करेगी और 120-130 के आंकड़े तक पहुंचना उनके (कांग्रेस) लिए कठिन कार्य होगा. बीजेपी निश्चित रूप से 170 (सीट) से अधिक नहीं जीत पाएगी.’’
उनके अनुसार, ‘‘1996 में चुनाव नतीजों के बाद संयुक्त मोर्चा का विचार उभरा, लेकिन आज यहां तक कि नतीजों से पहले (23 मई से पहले) भी मुझे यही उम्मीद है कि इस पर बात अब भी जारी है.’’ कुमार ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि (कांग्रेस के बाहरी समर्थन से) संयुक्त मोर्चा की सरकार की ही एकमात्र संभावना है.’’