Maharashtra Politics: शिवसेना (UBT) ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है. उद्धव ठाकरे ने विधानसभा सीटों के लिए रणनीति तैयार करने के लिए वरिष्ठ नेताओं संजय राउत, अनिल देसाई, सुभाष देसाई, सुनील प्रभु और राजन विचारे के साथ बैठक की है. सूत्रों के अनुसार, शिवसेना (UBT) महा विकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन में लगभग 115 से 125 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य लेकर चल रही है. महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीट हैं.


उद्धव ठाकरे ने बुधवार को (17 जुलाई 2024) बीकेसी के ट्राइडेंट होटल में वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक में सभी 125 सीटों की समीक्षा की. उद्धव इन सीटों को लक्षित करने के लिए एक समर्पित ‘थिंक टैंक’ के साथ एक वॉर रूम स्थापित करने की योजना बना रहे हैं.


2019 का फॉर्मूला इस्तमाल करेंगे उद्धव?


शिवसेना (UBT) इन 125 सीटों की मांग उन निर्वाचन क्षेत्रों में पिछले वोट मार्जिन के आधार पर करेगी. इसके बाद, इन निर्वाचन क्षेत्रों को पिछले विधानसभा चुनावों में मिले वोटों के आधार पर ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा जाएगा. 2019 के विधानसभा चुनाव में, अविभाजित शिवसेना ने एनडीए गठबंधन में 124 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 163 सीटें भारतीय जनता पार्टी और अन्य सहयोगियों के लिए छोड़ी थीं.


2024 के लोकसभा चुनाव में, पार्टी में विभाजन के बावजूद उद्धव ठाकरे ने उतनी ही 22 सीटों पर लड़ने पर जोर दिया था, जितनी उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में एनडीए गठबंधन में लड़ी थीं. इसी तरह, उद्धव गुट की शिवसेना आगामी विधानसभा चुनाव में भी सीट आवंटन के इसी फॉर्मूले पर कायम रहना चाहती है और 125 सीटों का लक्ष्य रखती है, जो उन्होंने पिछले विधानसभा चुनावों में एनडीए के साथ साझा की थीं.


वेट एंड वॅाच की भूमिका में पवार और पटोले?


दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पहले ही कहा था कि वे हाल के लोकसभा चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद आगामी विधानसभा चुनावों में 150 सीटों से कम पर समझौता नहीं करेंगे. 2019 के विधानसभा चुनावों में अविभाजित शिवसेना और एनसीपी ने क्रमशः 56 और 54 सीटें जीती थीं. जबकि कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं. वहीं शरद पवार ने इस मुद्दे पर शांति बनाई रखी है.


गठबंधन होगा... संजय राऊत को भरोसा


महाराष्ट्र में गठबंधन की इस सियासत पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि आने वाले दिनों मे सभी महाविकास आघाडी की पार्टीयां एक टेबल पर बैठेंगी और एकासाथ फॉर्मूला बनाया जाएगा. उन्होंने कहा, 'हमारा गठबंधन मजबूत है और हम एकसाथ चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. इस विधानसभा के लिए हम 2019 के फॉर्मूले की बात सामने रखेंगे उनकी भी क्या मांग है यह भी सुनेंगे और प्रस्ताव मंजूर करेंगे. 


ये भी पढ़ें: कर्नाटक सरकार ने लगाई प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण देने के फैसले पर रोक