उत्तर प्रदेश में गुरुवार को काफिले पर हुई फायरिंग के बाद अब एआईएमआईम नेता असदुद्दीन ओवैसी गृह मंत्री अमित शाह को खत लिखेंगे. खत में वह अपने खर्चे पर बुलेट प्रूफ गाड़ी रखने की मांग करेंगे. ओवैसी के पास एक हथियार रखने का लाइसेंस है और उसी लाइसेंस के आधार पर ग्लॉक हथियार भी रखने की अनुमति मांगेंगे. 


 3 फरवरी की शाम को असदुद्दीन ओवैसी की कार पर अचानक दो युवकों ने आकर गोलियां चलानी शुरू कर दी थीं. हालांकि इसमें ओवैसी को किसी तरह की चोट नहीं आई. ओवैसी मेरठ इलाके में अपनी चुनावी यात्रा से लौट रहे थे. इसी दौरान टोल प्लाजा पर ये घटना हुई. घटना की जानकारी खुद ओवैसी ने ट्विटर के जरिए दी थी. बताया गया कि पहले हमलावर को ओवैसी की कार चलाने वाले ने टक्कर मारकर गिरा दिया था, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गिरफ्तार किया. वहीं दूसरे आरोपी ने गाजियाबाद के एक थाने पहुंचकर सरेंडर किया था. 



दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. दोनों की पहचान शुभम और सचिन के रूप में की गई है और दोनों सहारनपुर व गौतमबुद्ध नगर जिले के रहने वाले हैं.  इन दोनों आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने दोनों को जेल भेजने का फैसला सुनाया. 


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ओवैसी ने इस घटना के बाद आरोप लगाया था कि ये एक बड़ी साजिश हो सकती है. ये लोग अकेले इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सकते, इसके पीछे बड़ी ताकतें हो सकती हैं. ओवैसी ने इस दौरान हरिद्वार और अन्य जगहों पर हुई धर्म संसद का भी जिक्र किया. बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से ओवैसी को Z कैटेगरी की सुरक्षा देने की बात कही गई है. हालांकि ओवैसी ने हमले के बाद सुरक्षा लेने से साफ इनकार किया था. असदुद्दीन ओवैसी की कार पर कथित गोलीबारी के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को लोकसभा में जवाब देंगे.


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