(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Chunav: अखिलेश पर PM मोदी का तंज, बोले- जो नोएडा आने से कतराते हैं, क्या वो युवाओं का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं?
UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनावों के लिए पीएम मोदी की पहली वर्चुअल रैली 'जन चौपाल’. शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत और गौतमबुद्ध नगर की 21 विधानसभा क्षेत्रों की जनता को सीधे संबोधन.
Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वर्चुअली चुनावी रैली को संबोधित किया. विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में पांच साल पहले व्यापारी लुटता था, बेटी घर से निकलने में घबराती थी, अपराधी सरेआम घूमते थे. जब यूपी दंगे की आग में जल रहा था, तब सपा सरकार उत्सव मनाती थी. पांच साल में योगी सरकार ने अब यूपी को इन हालातों से बाहर निकाल दिया.
पीएम मोदी ने सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग सत्ता खोने के अंधविश्वास के कारण नोएडा जैसे युवा आकांक्षाओं के क्षेत्र में आने से भी कतराते हैं, क्या वो युवाओं के सपनों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं? जो देश के अपने टीके पर विश्वास नहीं करते, जो अफवाहों को हवा देते हैं, क्या वो यूपी के युवाओं के टैलेंट, उनके इनोवेशन का सम्मान कर सकते हैं?
किसानों के लिए क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारा लक्ष्य था कि किसान को मिलने वाली सरकारी मदद में लूट बंद हो, बेइमानी बंद हो, यूपी के छोटे किसानों के बैंक अकाउंट में सीधी मदद मिले. आज पीएम किसान सम्मान निधि से यूपी के किसानों को 43 हजार करोड़ रुपए से अधिक सीधे उनके बैंक खातों में मिले हैं. 2017 से पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक खरीद बीते 5 सालों में MSP पर की गई है. हमने गन्ना किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उनके बकाए के जल्द से जल्द भुगतान का भी लक्ष्य रखा था. इस लक्ष्य को भी हमने तेजी से पूरा किया.'
PM मोदी के भाषण की बड़ी बातें
- आज उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भाजपा की ये पहली वर्चुअल रैली है. इतने कम समय में तकनीक के माध्यम से इतने सारे लोगों को जोड़ना, ये भाजपा कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत का परिणाम है. एक जीवंत संगठन का ये सबूत है.
- कोई भूल नहीं सकता कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी? 5 साल पहले- दबंग और दंगाई ही कानून थे, उन्हीं का कहा ही शासन का आदेश था. 5 साल पहले- व्यापारी लुटता था, बेटी घर से बाहर निकलने में घबराती थी और माफिया, सरकारी संरक्षण में खुलेआम घूमते थे.
- पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था, तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी. 5 साल पहले- गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों के घर-जमीन-दुकान पर अवैध कब्ज़ा, समाजवाद का प्रतीक था. लोगों के पलायन की आए दिन खबर आती थी.
- हमारा काम और उनके कारनामे, उनकी कारस्तानी, देखकर इस बार भी यूपी की जनता, बीजेपी को भरपूर आशीर्वाद देने जा रही है. और इसमें भी जो हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं, वो खुलकर भाजपा के साथ हैं.
- हम यूपी में बदलाव के लिए खुद को खपा रहे हैं, वो आपसे बदला लेने की ठानकर बैठे हैं. इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया है, वो इसका एक और सबूत है. ये बदला लेना ही हमेशा से उनकी सोच रही है. इसलिए मैं देखकर खुश हूं कि यूपी के लोग इन दंगाई सोच रखने वालों से बहुत सावधान हैं, सतर्क हैं.
- सहारनपुर शहर में पहले वाली सरकार ने सिर्फ 221 घर गरीबों के लिए बनवाए थे. योगी जी की सरकार ने इन्हीं पांच सालों में 18 हजार से ज्यादा घर बनाकर सहारनपुर के गरीबों को दिए हैं.
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