(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूपी उपचुनाव से पहले NDA में बवाल! सहयोगियों ने छेड़ी बागी तान, BJP कैसे करेगी समाधान
UP By Elections: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर घमासान छिड़ गया है. सहयोगी दल निषाद पार्टी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर दिया है.
UP By Elections: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर दिन पर दिन सियासी पारा गर्म होता जा रहा है. एक तरफ जहां सपा ने छह सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर घमासान छिड़ गया है. सहयोगी दल निषाद पार्टी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर दिया, जिससे भाजपा के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है.
वाराणसी में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद योगी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूपी चुनाव को लेकर दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक होने वाली है. उनकी पार्टी मझवा और कटेहरी पर चुनाव लड़ेगी. संजय निषाद ने कहा कि भाजपा सहयोगी दलों के साथ कोई बैठक नहीं की है और वह आज (13 अक्टूबर) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने वाले हैं. वह बोले कि जब तक उन्हें शीर्ष नेतृत्व कुछ नहीं बताता है तब तक वह मझवां और कटेहरी पर चुनाव लड़ने को लेकर आश्वस्त है.
लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से जीते थे विनोद बिंद
इस साल हुए लोकसभा चुनाव में मझवां से विधायक विनोद बिंद ने भाजपा की टिकट पर भदोही से चुनाव लड़ा था और भारी मतों से जीत हासिल की थी. इसके बाद भाजपा ने यह दावा किया था कि यह विधानसभा क्षेत्र उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है जबकि भाजपा के इस बयान से उनके सहयोगी दल सहमत नहीं थे.
निषादों के बिना भाजपा का जीतना मुश्किल?
भाजपा के सूत्रों ने बताया था कि मझवां सीट भाजपा के पास ही रहनी चाहिए और यदि निषाद पार्टी का कोई उम्मीदवार भाजपा के चिन्ह से चुनाव लड़ना चाहता है तो लड़ सकता है.. हालांकि, निषाद पार्टी के नेताओं का कहना था कि फूलपुर कटेहरी मझवा और मिल्कीपुर जैसी सीटों पर निषादों का बड़ा वोट बैंक है और यहां पर उनके बिना भाजपा के लिए जीतना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
RLD को मिली एक सीट
वहीं ऐसी खबरें निकल के सामने आ रही है कि भाजपा ने प्रत्याशियों के नाम को लेकर मंथन शुरू कर दिया है. इसको लेकर बीते दिनों सीएम योगी के आवास पर बैठक भी हुई थी. ऐसी जानकारी निकाल के सामने आ रही है कि 9 सीटों पर 27 प्रत्याशियों का नाम का पैनल बनाकर दिल्ली भेज दिया गया है, जिस पर अंतिम मुहर केंद्रीय नेतृत्व लगाएगा. जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी को दी जा सकती है. RLD ने 2022 में मीरापुर सीट से सपा से गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था और जीता था. वहीं निषाद पार्टी को सीट देने पर फिलहाल कोई भी फैसला नहीं किया गया है.
दिल्ली में बैठक के लिए पहुंचे संजय निषाद
खबर तो यह भी सामने आ रही है कि भाजपा के इस रुख को लेकर संजय निषाद नाराज चल रहे है. भाजपा आलाकमान से बैठक करने दिल्ली पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि 2022 में मझवां विधानसभा सीट पर निषाद पार्टी जीती थी और कटेहरी सीट पर उसे हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान तो नहीं हुआ है, लेकिन एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर उथल-पुथल मची हुई है, जिसने भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है.
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