UP bypoll 2024: उत्तर प्रदेश में आगामी उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान अभी भी जारी है. राज्य की 9 सीटों पर 13 नवंबर 2024 को उपचुनाव होने वाले हैं. इस बीच सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा चीफ अखिलेश यादव के बीच बातचीत हुई.
सपा-कांग्रेस में अभी भी बातचीत जारी
सूत्रों के अनुसार यूपी उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को तीन सीट का ऑफर किया है. हालांकि समाजवादी पार्टी के साथ अभी भी बातचीत जारी है. वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने मंगलवार (22 अक्टूबर 2024) को साफ किया कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) मिलकर उपचुनाव लड़ेगी. कांग्रेस ने 10 में से पांच सीट की मांग की थी, हालांकि सपा ने पहले ही सात सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को लेकर अदालत में मुकदमा लंबित होने के कारण इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव नहीं हो रहा है.
दो सीटों पर कांग्रेस कमजोर
कांग्रेस और सपा इस तालमेल के साथ इंडिया गठबंधन को यूपी में मजबूत करना चाहती है कि आगामी उपचुनाव के साथ-साथ राज्य में सत्तारूढ पार्टी बीजेपी के खिलाफ जमीन तैयार की जा सके. फिलहाल कांग्रेस को जो दो सीटें दिए जाने की बात सामने आ रही है, उसमें गाजियाबाद की सदर सीट और अलीगढ़ की खैर सीट है. इस दोनों जगहों पर कांग्रेस की स्थिति खराब ही रही है. गाजियाबाद की सदर सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. वहीं खैर विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को सिर्फ 1500 वोट मिले थे.
करहल, सीसामऊ, फूलपुर, मिल्कीपुर, कटेहरी, मझावां और मीरापुर सीट पर सपा पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. लोकसभा चुनावों में विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा की नौ सीट खाली हुई, जबकि सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी के अयोग्य घोषित होने से खाली हुई. सोलंकी को एक आपराधिक मामले में दोषी करार दिया गया.
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