BJP Manifesto for 2017 Election: पांच राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां जमकर प्रचार कर रही हैं. सत्ता पर काबिज होने के लिए वे जनता से बड़े-बड़े वादे करती हैं. पार्टियां उन वादों को चुनाव से पहले घोषणापत्र में उतारती हैं, लेकिन वे जमीन पर कितने उतरते हैं वो जनता अपने वोट से बताती है. जिन पांच राज्यों में चुनाव है उसमें देश का सबसे बड़ा सूबा उत्तर प्रदेश भी शामिल है और सबसे ज्यादा शोर इसी राज्य का है.  


यहां पर होने वाले चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) अगले कुछ दिनों में मेनिफेस्टो ला सकती है. लेकिन 2022 के मेनिफेस्टो से पहले बीजेपी के 2017 के उन वादों पर भी ध्यान होगा जो उसने चुनाव जीतने के बाद पूरा करने का वादा किया था. 


बीजेपी ने उन वादों को कितना पूरा किया ये तो जनता अपने वोट का इस्तेमाल करके बताएगी. बीजेपी के जनता से किए वादों को देखें तो उसमे युवा, किसान और महिलाओं पर खासा फोकस था.   




बीजेपी ने जो 7 बड़े संकल्प लिए थे वो इस प्रकार हैं...


1- हर कॉलेज के नजदीकी पुलिस थाने में छात्राओं के साथ छेड़खानी रोकने के लिए एंटी-रोमियो दल बनाए जाएंगे.


2- कॉलेज में एडमिशन लेते ही छात्र-छात्राओं को मुफ्त लैपटॉप, सालभर तक हर महीने एक GB नेट मिलेगा. 


3- आलू-प्याज और लहसुन को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP के अंतर्गत लाया जाएगा. सभी अनाज और सब्जी मंडियों को ई-मंडियों में बदला जाएगा.


4. यूपी में स्थापित हर उद्योग में 90% नौकरियों को प्रदेश के युवाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा.


5.  पुलिसकर्मियों के सेवा हालात, प्रमोशन और वेतन ढांचे की समीक्षा करने के लिए एक आयोग बनाया जाएगा.


6. गरीब परिवारों के छात्रों की उच्च शिक्षा के लिए 500 करोड़ के बाबा करोड़ के बाबा साहेब अम्बेडकर छात्रवृत्ति कोष की स्थापना की जाएगी.


7. लखनऊ, नोएडा में मेट्रो सेवा का विस्तार किया जाएगा. कानपुर, आगरा, इलाहाबाद, गोरखपुर, झांसी और गाजियाबाद में मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी.


बीजेपी के ये संकल्प कितने लागू हुए या सिर्फ कागजों में रह गए इसका रिपोर्ट कार्ड जनता 10 मार्च को बताएगी. लेकिन उससे पहले विपक्षी पार्टियों और लोगों की नजर बीजेपी के 2022 के मेनिफेस्टो पर होगी. क्या वो इन्हीं संकल्पों को और आगे बढ़ाती है या जनता के सामने वादों का नया पिटारा खोलती है. 


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