UP Election 2022: ओपी राजभर इस बार बीजेपी को कितनी सीटों पर पहुंचाएंगे नुकसान, 'घोषणापत्र' में बताया क्यों है अखिलेश यादव पर भरोसा
UP Election 2022: ओपी राजभर ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का कारण किए गए वादे पूरे नहीं करने को बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनका इस्तेमाल किया और उनके किसी भी मुद्दे पर काम नहीं हुआ.
Om Prakash Rajbhar: उत्तर प्रदेश का चुनावी बिगुल बज चुका है और इसके बाद नेताओं ने भी कमर कस ली है. इस बार अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का हाथ पकड़कर चुनाव लड़ने जा रहे ओमप्रकाश राजभर भी लगातार प्रचार में जुटे हैं. इसी बीच ओपी राजभर ने एबीपी न्यूज के चुनावी कार्यक्रम घोषणापत्र में हिस्सा लिया और चुनाव से जुड़े तमाम कड़े सवालों का जवाब दिया.
पूर्वांचल की कई सीटों पर होगा सपा को फायदा - राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष से जब ये सवाल किया गया कि, इस बार बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़कर आप उसे कितनी सीटों पर नुकसान पहुंचाएंगे और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को कितनी सीटों का फायदा होगा? तो इसके जवाब में राजभर ने कहा कि, पूर्वांचल की 163 विधानसभा सीटों पर 12 से 22 फीसदी वोट हमारी बिरादरी का है. हमने योजना बनाई कि अपनी बिरादरी के सभी छोटे दलों को अपने साथ करना है. बलिया, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर और पूर्वांचल की ऐसी कई सीटों पर आप पूछ सकते हैं कि हमारा प्रभाव कितना है.
अखिलेश यादव बीजेपी की तरह नहीं करेंगे वादाखिलाफी
ओपी राजभर ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का कारण किए गए वादे पूरे नहीं करने को बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनका इस्तेमाल किया और उनके किसी भी मुद्दे पर काम नहीं हुआ. लेकिन अगर यही चीज अखिलेश यादव भी जीतने के बाद करें तो ऐसे में राजभर क्या करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि, जब हमने बीजेपी के साथ समझौता किया था तो हम परिपक्व नहीं थे. हम उनसे बैठकर बात नहीं कर पाए. बिंदुवार चर्चा नहीं हो पाई. यहां पर जो बात मैंने कही है वही अखिलेश यादव भी कह रहे हैं. इसीलिए मुझे भरोसा है कि इस बार ये कुछ नहीं होगा.
भगवान कृष्ण यादव थे इसीलिए अखिलेश उनके साथ हैं
जब ओपी राजभर से पूछा गया कि बीजेपी पर धर्म की राजनीति का आरोप लग रहा है, लेकिन क्या अखिलेश यादव भी इस बार धर्म का कार्ड नहीं खेल रहे? इस पर राजभर ने कहा कि, मैंने पढ़ा है कि भगवान राम क्षत्रिय थे और कृष्ण यादव थे. तो ऐसे में यादव तो यादव के साथ ही रहेगा. हम दलित हैं और हम शंकर भगवान के पुजारी हैं.
समाजवादी पार्टी पर जातिवादी होने के आरोपों को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि, ये सब इनका फैलाया भ्रम था. जब अखिलेश यादव की सरकार थी तो कुल 6 डीएम यादव थे, लेकिन आज इनकी सरकार में 20 डीएम राजपूत हैं. क्या ये जातिवाद नहीं है? लेकिन किसी की हिम्मत नहीं है कि कोई बोल दे.