यूपी में बाकी चरणों के लिए चुनाव प्रचार लगातार जारी है. बीजेपी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लगातार रैलियां कर रहे हैं. अब यूपी के बहराइच में पीएम मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने एक बार फिर विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा, साथ ही यूपी चुनाव के दौरान पीएम ने इशारों-इशारों में यूक्रेन संकट का जिक्र कर दिया.
भारत का ताकतवर होना जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि, आप देख रहे हैं कि इस समय दुनिया में कितनी उथल-पुथल मची हुई है. ऐसे में आज भारत का ताकतवर होना, भारत और पूरी मानवता के लिए बहुत जरूरी है. आज आपका एक-एक वोट भारत को ताकतवर बनाएगा. सुहेलदेव की धरती के लोगों का एक-एक वोट, देश को मजबूती देगा. पीएम मोदी का इशारा यहां यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे तनाव पर हो सकता है. जिसका जिक्र कर उन्होंने एक बार फिर देश को ताकतवर बनाने की बात कही है.
नजदीकी से देखा है परिवारवादियों का कामकाज
पीएम मोदी ने बहराइच में अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि, यूपी आज विकास के जिस रास्ते पर चल पड़ा है, उसमें डबल इंजन की सरकार उतनी ही जरूरी है. मैंने 2014 से लेकर 2017 तक इन घोर परिवारवादियों का कामकाज, उनका कामकाज, उनके कारनामे बहुत करीब से देखे हैं. दुख होता है जब अपने स्वार्थ के लिए घोर परिवारवादियों की सरकारें जनता के हित को ही स्वाहा कर देती हैं. 2017 से पहले बस्ती, बलरामपुर और बहराइच के लोगों ने भी बहुत भेदभाव झेला है.
पीएम ने कोरोनाकाल का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि, हमारी सरकार संकट के समय कभी भी किसी का साथ नहीं छोड़ती, बल्कि गरीब परिवार का संबल बनकर खड़ी रहती है. गरीबों के लिए सरकार की इसी संवेदनशीलता को इस कोरोना के काल में भी देखा है और महसूस किया है. इसी संकट के समय हमारी सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदुस्तान का कोई भी नागरिक अमीर हो या गरीब, शहर में रहता हो या गांव में, स्त्री हो या पुरुष हो, कोई भी वैक्सीन से छूट न जाए.
पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैली में आगे कहा कि, पूरे देश में 80 करोड़ लोगों को करीब 2 साल से मुफ्त में राशन मिल रहा है और हमारे उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन पहुंचा है. गरीब आज भाजपा को आशीर्वाद दे रहा है. वैक्सीन को लेकर इन लोगों ने आप लोगों को उकसाया कि ये तो भाजपा की वैक्सीन है, भाजपा के कमल वाली वैक्सीन है, इसलिए वैक्सीन मत लगाओ. जैसे वैक्सीन में आपने उनकी बातें नहीं सुनी, वैसे चुनाव में भी उनकी बातें मत सुनना.