UP Election 2022: सहारनपुर की सातों विधानसभा सीटों पर कांटे की लड़ाई, किंगमेकर की भूमिका में दिख रहे इमरान मसूद
Imran Masood: पश्चिमी यूपी में इमरान मसूद किंगमेकर की भूमिका में नज़र आ रहे हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि यह लड़ाई उनकी बीजेपी के खिलाफ है.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हो रहे विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में सभी की नजरें पश्चिमी यूपी (Western UP) पर है. अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां अपनी जीत का दम भर रही हैं. यूपी के इस इलाके में सियासत ठंड में भी गरमाई हुई है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में चुनावी माहौल को समझने के लिए एबीपी न्यूज की टीम पहुंची. बता दें कि सहारनपुर में विधानसभा की 7 सीटें हैं. सहारनपुर जिले की सभी सातों सीटों पर दूसरे चरण में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे.
सहारनपुर की विधानसभा सीटें
1. बेहट
2. नकुड़
3. सहारनपुर नगर
4. सहारनपुर देहात
5. देवबंद
6. गंगोह
7. रामपुर मनिहारन
सातों सीटों पर कांटे की लड़ाई!
सहारनपुर की 7 विधानसभा सीटों पर इस बार कांटे की टक्कर है. लड़ाई बीजेपी और समाजवादी पार्टी-आरएलडी गठबंधन के बीच है, हालांकि रेस में कांग्रेस, बीएसपी और एआईएमआईएम भी है. सहारनपुर जिला कभी दलित राजनीति का एक बड़ा केंद्र माना जाता था.
पश्चिमी यूपी की सियासत के बड़े चेहरे माने जाने वाले इमरान मसूद चुनाव के शुरुआती दौर से ही चर्चा में बने हुए हैं. पहले कांग्रेस का दामन छोड़ साइकिल पर सवार हुए. बातें तो यहां तक हुईं कि इमरान मसूद पार्टी में शामिल होते ही अखिलेश यादव से कुछ नाराज भी हुए. हालांकि वह इस बात को नकारते हैं. उनका कहना है कि वह वोट काटना नहीं चाहते थे इसलिए साइकिल पर सवार हुए है ताकि बीजेपी को यूपी में मात दे सके.
पश्चिमी यूपी में इमरान मसूद किंगमेकर की भूमिका में नज़र आ रहे हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि यह लड़ाई उनकी बीजेपी के खिलाफ है और वह अपने गढ़ सहारनपुर की सभी सातों विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों का हाथ थामे हुए हैं.
इमरान मसूद फैक्टर पश्चिमी यूपी में इसलिए जरूरी हो जाता है क्योंकि एक बड़ा वोट बैंक उनके साथ है. 2007 में इमरान मसूद मुजफ्फराबाद से निर्दलीय विधायक चुने गए जो कि अब बेहट विधानसभा है. इमरान मसूद 2012 में नकुड़ विधानसभा सीट पर बसपा के धर्म सिंह सैनी से हारे थे. 2014 में सहारनपुर लोकसभा सीट पर इमरान मसूद बीजेपी के राघव लखन पाल से हारे. 2017 में नकुड़ विधानसभा सीट पर इमरान मसूद बीजेपी के डॉक्टर धर्म सिंह सैनी से हारे. 2019 लोकसभा चुनाव में इमरान मसूद को कांग्रेस ने सहारनपुर सीट से टिकट दिया था. इमरान मसूद तीसरे स्थान पर रहे. पहले स्थान पर बसपा के फजलुर्रहमान और दूसरे स्थान पर बीजेपी के राघव लखन पाल रहे.
इमरान मसूद साइकिल पर सवार तो हो गए हैं लेकिन उस साइकिल की सवारी के साथ-साथ उन्हें अपने मुखालिफ रहे उम्मीदवारों का हाथ भी थामना पड़ा. उनको दो बार हरा चुके और कैबिनेट मंत्री रहे धर्म सिंह सैनी ने कल अपना नामांकन फाइल किया जिसमें इमरान मसूद धर्म सिंह सैनी के साथ एक ही कार में सवार होकर गर्मजोशी के साथ उनका पर्चा भरवाने पहुंचे. धर्म सिंह सैनी नकुड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और इस सीट से बीजेपी ने मुकेश चौधरी को उतारा है. मुकेश चौधरी किसी वक्त में इमरान मसूद के साथी हुआ करते थे. इस सीट पर मुस्लिम, गुज्जर, दलित और सैनी निर्णायक स्थिति में हैं.
सहारनपुर में बेहट विधानसभा सीट भी काफी चर्चा में है. इस सीट से समाजवादी पार्टी ने उमर अली खां को टिकट दिया है. आपको बता दें कि उमर अली खान शाही इमाम अब्दुल्ला बुखारी के दामाद हैं और समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने के बाद बेहद खुश भी हैं और जब इलाके के कद्दावर नेता इमरान मसूद ने समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया है तो वह उमर अली खान के लिए इस सीट पर बड़े भाई की भूमिका निभा रहे हैं.
सहारनपुर की सभी सीटों पर अपना बड़ा वोट बैंक का दावा करने वाले इमरान मसूद इस बार सहारनपुर की सातों विधानसभा सीटों के साथ-साथ यूपी का पूरा चुनाव समाजवादी पार्टी बनाम बीजेपी का बता रहे हैं. 2017 के चुनाव में सहारनपुर की 7 सीटों से 4 सीटें बेजेपी ने जीती थी. उनका कहना है कि मुकाबला इन दो पार्टियों के बीच ही है और कांग्रेस या बाकी किसी पार्टी को उन्होंने रेस में गिना ही नहीं.
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