UP Election 2022: ममता बनर्जी सपा का प्रचार करने लखनऊ पहुंचीं, अखिलेश यादव ने एयरपोर्ट पर किया स्वागत
UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनावों के लिए इस वक्त सभी पार्टियां जोर शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की एंट्री से सियासत और गरमा जाएगी.
Mamata Banerjee in Lucknow: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी (SP) का प्रचार करेंगी. ममता सोमवार को लखनऊ पहुंच गईं, जहां सपा के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उनका जोरदार स्वागत किया. उत्तर प्रदेश में ममता की एंट्री से सियासत गरमाने की पूरी संभावना है, क्योंकि बीजेपी ममता को लेकर हमलावर है. अगले कुछ दिनों में सूबे की सियासत का पारा चढ़ने की उम्मीद है.
ममता बनर्जी आगामी चुनाव में सपा के पक्ष में प्रचार करने के लिए सोमवार शाम लखनऊ पहुंच गईं. तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार वह 8 फरवरी को लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करेंगी और एक डिजिटल रैली को संबोधित करेंगी. ममता की एंट्री से समाजवादी पार्टी काफी उत्साहित नजर आ रही है. इसकी झलक लखनऊ एयरपोर्ट पर देखने को मिली.
उत्तर प्रदेश पहुंची पश्चिम बंगाल की लोकप्रिय मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी जी का माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचकर किया स्वागत।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 7, 2022
उत्तर प्रदेश की धरती पर आदरणीय "दीदी" का हार्दिक अभिनंदन ! pic.twitter.com/WlQH0qj6mh
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी ने लखनऊ रवाना होने से पहले कहा, ‘‘अखिलेश यादव ने मुझे वहां आने और सपा के लिए प्रचार करने का न्यौता दिया है. हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में भाजपा हारे और अखिलेश यादव जीतें. हम सभी को भाजपा के खिलाफ संघर्ष में उनका साथ देना चाहिए. यही कारण है कि हमने इस बार उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.’’ बनर्जी ने कहा कि वह फरवरी में बाद में वाराणसी जायेंगी लेकिन तारीख अभी तय नहीं की गयी है.
ममता ने कहा कि उनकी पार्टी पांच राज्यों में फरवरी-मार्च में हो रहे चुनाव में केवल गोवा में लड़ रही है, लेकिन वह 2024 में लोकसभा चुनाव में पंजाब में भी लड़ेगी. इस घटनाक्रम पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने सवाल किया कि क्या सपा चुनाव बाद हिंसा का समर्थन करती है जो पिछले साल पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद राज्य में हुई. यदि नहीं, तो सपा को उसकी निंदा करनी चाहिए. ’’
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान सपा ने चुनाव नहीं लड़ा था और उसने सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस का साथ दिया था. अखिलेश यादव के बनर्जी के साथ अच्छे संबंध हैं. वह जनवरी, 2019 में तृणमूल सुप्रीमो द्वारा आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए थे. देखना दिलचस्प होगा कि उत्तर प्रदेश में ममता बनर्जी की एंट्री के बाद सियासत किस तरह रंग बदलेगी.
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