यूपी विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के चुनाव प्रचार का शनिवार को आखिरी दिन है. सातवें चरण में 09 जिलों की 54 विधान सभा सीटों के लिए 07 मार्च को होगा मतदान. आखिरी चरण की लड़ाई काशी से लेकर आजमगढ़ तक है. वहीं, उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए बताया कि राज्य में हमने विकास का काम किया है. जनता विकास के आधार पर बीजेपी को वोट देगी?
आइये जानते हैं किन सवालों के क्या जवाब दिए स्वतंत्र देव सिंह ने...
अखिलेश यादव कहते है कि सरकार ने काम कम किया है और झूठ इतना बोला है कि अपने ही झूठ के घेरे में फस गई है
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, आज मैं पूछना चाहता हूं, पहले दिल्ली से बाघपत जाने में कितना समय लगता था? सहारनपुर जाने में कितना समय लगता था? कशी से ग़ाज़ीपुर जाने में कितना समय लगता था? ग़ाज़ीपुर से गोरखपुर जाने में कितना समय लगता था? ग़ाज़ीपुर से लखनऊ के लिए कितना समय लगता था? आज जर्क नहीं लगता है. लोग अपनी यात्रा 2-3 घंटे में पूरी कर लेते हैं.
आप हाईवे की बात कर रहे हैं शहरों की सड़कों का हाल यह है कि गड्ढे में सड़क खोजनी पड़ती है
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, सभी चीज़ो में सुधार हुआ है. सभी ईमानदारी से सरकार और ईमानदारी से लोगों को सुधार रहे हैं. शहरों का एक विस्तार होता है, गलियों का विस्तार होता है, नए-नए माकन बनते हैं, वो जो आज पूरा नहीं हुआ वो कल पूरा होगा. बरसात आती है तो सड़के टूटती हैं फिर सड़के बनती है तो जितना ईमानदारी के साथ योगी सरकार ने काम किया है उतना किसी और से नहीं. पांच साल पहले बिजली नहीं आती थी आज 24 घंटे लाइट है.
वीआईपी जिला क्या होता है?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, वीआईपी जिला यानि अखिलेश यादव का जिला. आजम खां का जिला, आजमगढ़, इटावा, यह सब वीआईपी ज़िले थे. बाकि ज़िलों में बिजली नहीं आती थी. आज 24 घंटे लाइट है. सबसे बड़ी बात है की गुंडा गर्दी नहीं है. पांच साल पहले जो माहौल था उसकी सब को जानकारी है. बेटियां पांच बजे के बाद नहीं निकलती थी. गुंडे निकलते थे.
एक चीज़ अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी कह रही है की हार रहे है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वाराणसी में रोड शो करवा रहे है?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, हम 365 दिन काम करते हैं. संगठन का विस्तार, कार्यकर्ता के निर्माण तो कार्य करने से कार्यो का निर्माण होता है. सब पार्टी के प्रधानमंत्री जी से ले कर बूथ अध्यक्ष तक के कार्यकर्ता 365 दिन काम करते हैं. हम अखिलेश यादव जी जैसे नहीं हैं. कोरोना महामारी में भी नहीं निकलेंगे, पांच साल भी नहीं निकलेंगे, कुछ नहीं, क्योंकि यह वंशवाद की पार्टी है परिवारवाद की पार्टी है, घोर परिवारवाद की पार्टी है. जैसे राज्यों का प्रणाली होता है तो उनका प्रजा और राजा की प्रणाली है. उनको काम करें न करें कुछ करें न करें अपना घर बनाये रखे हैं. जातिओं का, मुसलमानों से जोड़ बनाये रखते हैं. सपा में काम करने वाला कोई भी कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हो सकता है. यहां बूथ पर काम करने वाला कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष होता है.
कहा जा रहा है की मायावती से बीजेपी की सेटिंग हो गई है जिसकी वजय से हाथी अब सुस्ता गया है?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, राजनीतिक पार्टी, सपा-बसपा में पैटर्न रहा राजनीती का. यह दोनों में जिसके साथ मुस्लमान जाता था वो ताकतवर होते थे. इसमें इस बार सपा थोड़ा आगे निकलने की कोशिश रहा है. इसी कारण एक बार सपा को निपटाया तो बसपा आ गई, और एक बार बसपा को निपटाया तो सपा आ गई. कभी भी योग्यता के आधार पर, काम के आधार पर, या विकास के नाम पर यह सरकार कभी नहीं बानी है. पहली बार चुनाव विकास के नाम पर हो रहा है. विकास का मुद्दा राज्य के अंदर है. गरीबों के लिए और राज्य के अंदर कनेक्टिविटी यानि सड़कों का भी बम्पर जाल फैलाया गया.
सवाल भी बनता है कि एक ओर आपने कहा राम मंदिर है, काशी मंदिर है तो अब क्या मंदिर कम पड़ गए हैं जो मथुरा की याद आ गई?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, नहीं, किसी देश का यदि आस्था मर जाता है, किसी देश पर आस्था पर आक्रमण होता है या शास्त्र उसके मरते हैं तो देश मर जाता है. हमेशा शास्त्र के आधार पर ही चलता है. त्याग, तपस्या जो लोग सीखते हैं, अपने शास्त्र से सीखते हैं. पूरा राम का जीवन उठाओगे, उनके परिवार का जीवन आप उठाएंगे तो त्याग तपस्या है, उसी आधार पर तो देश के प्रधानमंत्री कर रहें हैं. आज परिवार का एक सदस्य भी सरकारी गाड़ी में नही बैठता है. तप, तपस्या, त्याग, वो उत्तर प्रदेश के सभी माइका चाहते हैं कि पक्का मकान हो, खुशहाल हो, गैस का जोड़ उसके घर में हो, शौचालय उसके घर में हो.
विपक्ष तो यही कहता है कि जिसके पास परिवार नहीं है वो सत्ता में कैसे राज करेगा और परिवार का दर्द कैसे समझेगा
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, जो सत्ता में है वो तो खुद परिवारवादी वंशवादी हैं, वो कहां दर्द समझ रहें हैं किसी का? आज मोदी जी के आने का बाद राज्य के अंदर योगी जी के आने के बाद 18,000 मकान बनने को सपा मिला था. करोड़ों रुपया मिला. 18 मकान नहीं बनाया है और 43 लाख पक्का मकान बनाकर योगी सरकार ने मोदी सरकार ने दिया है. आज चले जाओ मुसहर में, एक-एक गांव में 10-10 20-20 पक्का मकान है. अब 10 मार्च के बाद 2.5 करोड़ मकान बनाना है ग़रीबों के लिए. अब घर में पानी भेज रहा हूं. 30,000 गांव में पानी पहुंचा है.
अच्छा आप बात कर रहें हैं ट्रेन की और 10 मार्च की, अखिलेश यादव का कहना है टिकट कट गई है गोरखपुर की, योगी आदित्यनाथ जी की
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, 10 मार्च को स्वयं वो अपना टिकट बनवा लिए हैं, लंदन की. स्विच आप करेंगे, निकल जाएंगे लंदन क्योंकि 5 साल काम करना नहीं है. 2 महीना आते हैं चुनाव के लिए, फिर लोकसभा के चुनाव में सक्रिय हो जाएंगे. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में, आपदा में, पूरा देश एक साथ खड़ा रहा और उस समय ये कहते थे मोदी का टीका है. ये बीजेपी का टीका है, योगी का टीका है. ऐसा वो बोलते थे. यदि ना टीकाकरण हिंदुस्तान में होता, तो तीसरी लहर में हम लोग बर्बाद हो जाते. ये तो लूट लेते, चावल, धान सब लूट लेते, इनका पता ना चलता और जब जब इनकी सत्ता आयी है तो पूरा नेट्वर्क नीचे से ऊपर तक, ठेका व्यापार, सभी पर क़ब्ज़ा कर लेते हैं. व्यापारी से भी वो वसूली करते हैं. सप्ताह में चार दिन दंगे होते थे, कर्फ़्यू लगते थे.
विपक्ष कहता है कि हाथरस जैसे मुद्दे जिस राज्य में हुए हो वहां पर सरकार और सत्तापक्ष महिलाओं की सुरक्षा की बात किस मूंह से कर सकती है?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, तुरंत करवाई हुई है कभी भी सत्ता राज्य की किसी गुंडे के पक्ष में खड़ा नहीं रहा. किसी की मदद नहीं की. आज बेटियां रात में 12 बजे भी बहार निकल कर सुरक्षित वापस लौटती हैं. अब गुंडे डरते हैं राज्य के अंदर बेटिया नहीं डरती हैं. शादी, विवाह समारोह से भी माता, बहने अपने घर जाती हैं तो कोई डर भय नहीं है. पहले डर रहता था पांच बजे के बाद कोई निकलता नहीं था.
चुनाव अंतिम पड़ाव पर है, कितनी सीट का दावा और किस आधार पर?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, जनता जनार्दन यह चुनाव लड़ रही है, बेटियां और मताएं चुनाव लड़ रही हैं, उनको लगता है कि सुरक्षा के नाम पर हमें खुल कर वोटिंग करनी चाहिए. आज हमारे पास मोदी-योगी जैसा ईमानदार नेतृत्व है. जनता का आशीर्वाद मोदी, योगी और बीजेपी के साथ है. धारा 370 हटा, राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ. कोई दंगा भसड़ ही नहीं है. हिन्दू-मुस्लिम दोनों मिल कर राज्य का विकास करना चाहते हैं.
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