Meerapur Assembly Byelection 2024: मीरापुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव 2024 में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की उम्मीदवार मिथिलेश पाल (RLD) ने बहुकोणीय मुकाबले में जीत दर्ज की. इस सीट पर मुस्लिम वोटरों की बड़ी संख्या (करीब 40%) होने के बावजूद, मुस्लिम उम्मीदवारों के बीच वोट बंट जाने से आरएलडी को फायदा हुआ. 24वें राउंड में RLD की उम्मीदवार मिथिलेश पाल को कुल 83852 वोट मिले. जबकि सुम्बुल राना 53426 वोट ही हासिल कर सकी.
राष्ट्रीय लोक दल (RLD) की प्रत्याशी मिथिलेश पाल ने बहुकोणीय मुकाबले में जीत हासिल की. इस सीट पर कुल छह मुस्लिम उम्मीदवारों समेत अन्य समुदायों के कई प्रत्याशी मैदान में थे, सुम्बुल राणा (समाजवादी पार्टी - इंडिया गठबंधन), जाहिद हुसैन (आजाद समाज पार्टी), शाहनजर (बहुजन समाज पार्टी) AIMIM का प्रत्याशी और अन्य 2 निर्दलीय मुस्लिम प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रहे थे. जिसके कारण यहां मुस्लिम वोटों का बंटवारा देखने को मिला और इसका सीधा लाभ राष्ट्रीय लोक दल (RLD) की मिथिलेश पाल को हुआ. वहीं, इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी सुम्बुल राणा को हार का सामना करना पड़ा.
ओवैसी फैक्टर बना सपा की हार का कारण
दरअसल, सपा की हार का मुख्य कारण AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का एक्स फैक्टर बना. यहां एआईएमआईएम के प्रत्याशी अरशद राना को 18867 वोट मिले. बसपा उम्मीदवार शाह नजर 3181 वोट ही मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई. वहीं, आसपा के जाहिद हुसैन 22400 वोट मिले. एआईएमआईएम के प्रत्याशी अरशद राना को 18867 वोट मिले.
RLD की रणनीति
RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने जाट, गुर्जर, और पाल समुदाय को लक्षित करके वोटों का ध्रुवीकरण किया. यह रणनीति खतौली उपचुनाव में उनकी जीत के समान थी, जहां उन्होंने अलग-अलग समुदायों को जोड़कर भाजपा को हराया था. मुस्लिम वोटों का बंटवारा किया. इस सीट पर मुस्लिम मतदाता महत्वपूर्ण संख्या में हैं, लेकिन AIMIM, बसपा, आजाद समाज पार्टी, और अन्य दलों के प्रत्याशी होने से उनके वोट विभाजित हो गए, जिसका सीधा फायदा मिथिलेश पाल को मिला. बता दें कि मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता संख्या लगभग 3.23 लाख हैं.