नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले विपक्षी पार्टियों ने गठबंधन बनाने के लिए कवायद शुरू कर दी है. सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों को साथ लाने के लक्ष्य से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने विश्वासपात्र नेताओं से कहा है कि वे 23 मई को चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ ही एक बैठक बुलाएं.
सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी ने अहमद पटेल, पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा है कि क्षेत्रीय पार्टियों से समझौते की बात करें. खासतौर पर उन पार्टियों से जो यूपीए और एनडीए का हिस्सा नहीं हैं.
आपको बता दें कि नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी, मायावती की पार्टी बीएसपी, अखिलेश की पार्टी एसपी, नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी, चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस, चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी, अरविंद केजरीवाल की पार्टी टीडीपी समेत कई पार्टियां है जो राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं है. सभी पार्टियों का संबंधित राज्यों में अपना दबदबा है.
दरअसल, विपक्षी दलों का दावा है कि इस चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा. ऐसे में विपक्षी पार्टियां सरकार बनाने के लिए 272 के आंकड़े को जुटा लेगी. इन्हीं उम्मीदों और आगे की रणनीति तैयार करने को लेकर बैठकें हो रही है.
तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी लगातार बैठकें कर रहे हैं. नायडू ने आज नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इसके बाद नायडू लखनऊ जाएंगे. जहां वे बीएसपी अध्यक्ष मायवती से मुलाकात कर सकते हैं.
उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी से मुलाकात की थी. नायडू एक सप्ताह पहले पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी से मिले थे.