(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UPSC Results 2020: टीना डाबी की बहन रिया डाबी को यूपीएससी में मिली सफलता, जानें अधिकारी बनकर क्या करना चाहती हैं खास
UPSC Results 2020: आईएएस अफसर टीना और रिया डाबी की मां हेमाली बात करते हुए भावुक हो गईं वो कहती हैं कि "मेरी दोनों बेटियां मेरी आंखें हैं.
UPSC Results 2020: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने शुक्रवार की शाम सिविल सेवा एग्जाम 2020 के नतीजे जारी कर दिए हैं. शुभम कुमार इस साल जारी हुई नतीजों में टॉपर रहे हैं, जबकि जागृति अवस्थी को दूसरा और अंकिता जैन को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. दिलचस्प बात रही कि तीसरी रैंक हासिल करने वाली अंकिता जैन की बहन वैशाली जैन को भी 21वीं रैंक मिली है. वहीं 2015 बैच की IAS टॉपर रहीं, टीना डाबी की बहन रिया डाबी को 15वां स्थान मिला है.
घर पर मिलने वालों और बधाई देने वालों की भीड़ के बीच रिया डाबी और उनके परिवार से एबीपी न्यूज ने एक्सक्लूसिव बात की और जाना उनकी परीक्षा को लेकर तैयारियों के बारे में.
रिया के पिता बताते हैं कि उनकी दोनो बेटियों ने देश का सबसे मुश्किल और सर्वश्रेष्ठ एग्जाम पहले प्रयास में ही निकाला है. टीना को वर्ष 2015 में पहला स्थान हांसिल हुआ था. वहीं उनसे पांच वर्ष छोटी रिया को इस वर्ष घोषित नतीजों में 15वा स्थान मिला है. वो गर्व से कहते हैं कि "ये इन दोनो की विल पावर की जीत है, इनकी मेहनत को श्रेय जाता है."
रिया डाबी कहती हैं कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि इतनी अच्छी रैंक मिलेगी. साथ ही तैयारियों के लिए उन्होंने लगातार अखबार पढ़ना और अपडेट्स लेना नही छोड़ा. आईएएस परीक्षा देने वाले लोगों को टिप्स के तौर पर डाबी का कहना है कि "रिवीजन करना ज्यादा पढ़ने से ज्यादा जरूरी है क्योंकि यूपीएससी का सिलेबस बहुत विस्तृत है और हर टॉपिक पर पकड़ होना जरूरी है." रिया का ऑप्शनल सब्जेक्ट इंटरनेशनल रिलेशन था, वहीं लेडी श्री राम कॉलेज से उन्होंने पॉलिटिकल ऑनर्स की पढ़ाई की थी.
COVID 19 के दौर में सभी स्कूल, कॉलेज या कोचिंग सेंटर बंद रहे,ऐसे समय में कैसे तैयारी की?
इस सवाल पर रिया एबीपी न्यूज को बताती हैं कि उन्होंने 2019 में कोचिंग ली थी, तब Covid नही था, उसके बाद घर पर ही पढ़ाई की है.
क्या हैं हॉबीज ?
पेंटिंग का शौक है, मधुबनी पेंटिंग बनाती हैं और कहती हैं कि "एग्जाम के वक्त स्ट्रेस बस्टर जरूरी है, मैं बचपन से ही पेंटिंग की शौकीन रही हूं. पढ़ाई से वक्त इसके लिए भी निकाल लेती थी."
कितने घंटे हर रोज करनी पड़ती थी पढ़ाई और किन आदतों को छोड़ना जरूरी है?
"आपको कई चीज़ें छोड़नी पड़ती हैं, सोशल मीडिया से कनेक्शन तोड़ना पड़ता है. मैं लगभग 10 घंटे पढ़ती थी." रिया डाबी अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां हेमाली डाबी को देती हैं. वो कहती हैं कि मां ने मेरे अंदर अच्छी आदतें बचपन से ही डाली थीं जिसका फायदा हर कदम पर मिला है. एग्जाम बहुत मुश्किल है, जिसका चयन नही हुआ उम्मीद ना खोएं, रिवीजन पर ज्यादा ध्यान दें.
भावुक मां की आंखों में खुशी के आंसू
आईएएस अफसर टीना और रिया डाबी की मां हेमाली बात करते हुए भावुक हो गईं वो कहती हैं कि "मेरी दोनों बेटियां मेरी आंखें हैं. मैने जिस तरह से उनकी परवरिश की उन्होंने उसमें कोई कसर नहीं छोड़ी. बहुत मेहनत की, रिया इतना पढ़ती थी कि बोलना पड़ता था बेटा थोड़ी देर आराम कर लो, मुझे बहुत गर्व होता है कि मुझे मेरी बेटियों के नाम से जाना जाता है.
क्या टीना डाबी और रिया डाबी के माता पिता सख्त अभिभावक हैं ?
इस प्रश्न का जवाब देते हुए रिया मुस्कुराते हुए कहती हैं कि "मेरे पेरेंट्स स्ट्रिक्ट और लिनिएंट पेरेंट का मिक्सचर हैं. दोनो स्कूल से ही टॉपर रही हैं."
कौन सा कैडर चाहती हैं कि उन्हें मिले ?
मैं राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा, सेहत पर केंद्रित काम करना चाहूंगी.
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